

देहरादून। उत्तराखंड में एक और कफ सिरप ‘रेस्पिफ्रेश टीआर’ को प्रतिबंधित कर दिया गया है। गुजरात में बने इस सिरप का सैंपल कई राज्यों की जांच में फेल रहा। ऐसे में उत्तराखंड में एहतियात के तौर पर उक्त सिरप पर रोक लगा दी। इस बीच, ड्रग डिपार्टमेंट ने प्रतिबंधित दवाओं पर सख्ती से अमल के लिए अभियान छेड़ दिया है। उक्त सिरप के साथ ही पूर्व में प्रतिबंधित की गई सभी दवाओं का स्टाॅक, दुकानों से हटवाया जा रहा है। डॉक्टरों से भी प्रतिबंधित सिरप नहीं लिखने को कहा जा रहा है।
निदेशालय में स्वास्थ्य सचिव डाॅ.आर राजेश कुमार ने बताया कि गुजरात में ब्रोमहेक्सिन, टर्ब्युटालिन व ग्वाइफेनेसिन सॉल्ट से तैयार कफ सिरप पर उत्तराखंड में रोक लगा दी गई है। इस सिरप को लेकर दूसरे राज्यों में शिकायतें आई जिन्हें गंभीरता से लेते हुए उक्त दवा पर रोक का कदम उठाया गया। सिरपों पर प्रतिबंधित के आदेशों के संबंध में डिप्टी ड्रग कंट्रोलर हेमंत सिंह नेगी ने सीनियर ड्रग इंस्पेक्टरों को सख्ती के आदेश दे दिए हैं। सभी से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री न हो। ड्रग कंट्रोलर ताजबर जग्गी ने कहा कि आदेशों का उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


