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एडिटर इन चीफ अजय अनेजा

हल्द्वानी। लाल कुआं-काठगोदाम से रुद्रपुर तक फोरलेन हाईवे बनाने का काम अब गायकवाड़ कंस्ट्रक्शन कंपनी (जेसीसी) करेगी। कंपनी ने शनिवार से डामरीकरण शुरू कर दिया है। अधूरे पड़े हाईवे को पहले चलने लायक बनाने के लिए डामरीकरण किया जा रहा है। एक सप्ताह बाद फोरलेन बनाने का काम भी शुरू हो जाएगा। इससे डेढ़ लाख की आबादी को राहत मिलेगी।

एनएचएआई ने सद्भाव कंपनी को 2017 में फोरलेन हाईवे बनाने का काम सौंपा था। कंपनी को इस काम को 2019 में पूरा करना था लेकिन 2022 तक भी काम को पूरा नहीं हुआ। तीन बार समय सीमा बढ़ाने के बाद भी जब कंपनी ने हाईवे को पूरा नहीं किया तो 30 जून 2022 को एनएचएआई ने सद्भाव कंपनी से ये काम छीन लिया।

तब से अब तक कोई काम नहीं होने पर सड़क पूरी तरह से खराब हो गई थी। इसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही थीं। एनएचएआई ने अधूरे पड़े हाईवे को काम चलाऊ बनाने के लिए इस पर 1.09 करोड़ की लागत से डामरीकरण करने के टेंडर निकाले। जिस कंपनी ने ये टेंडर लिया उसने एक महीने बीतने के बाद भी सड़क को सही नहीं किया। अब एनएचएआई ने जीसीसी के साथ अनुबंध कर लिया है।एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर योगेंद्र शर्मा ने बताया कि जीसीसी को बैंकों ने पैसा दे दिया है। कंपनी ने शनिवार को हल्दूचौड़ से डामरीकरण का काम शुरू कर दिया है। कहा कि डामरीकरण पूरा होने के बाद कंपनी सीमेंट की सड़क बनाने का काम करेगी। कंपनी से कहा गया कि वह तीनपानी से लेकर रुद्रपुर तक पूरी एक लाइन अधूरी पड़ी टू लेन का काम करें। इसके बाद बचे हुए टू लेन का काम करे। कहा कि इससे वाहन स्वामियों को टू लेन पूरी सही मिल जाएगी। अभी कंपनी ने खंड-खंड में सड़क बनाई है। इससे अधिक परेशानी हो रही है

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