

देहरादून। नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में स्थित दून समृद्धि निधि लिमिटेड नाम की एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी ने अपने 100 से भी अधिक ग्राहकों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने कंपनी की निदेशक समेत छह नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
थानाध्यक्ष संजीत कुमार के मुताबिक कंपनी की ओर से दैनिक जमा योजना, फिक्स डिपोजिट और रिकरिंग डिपोजिट के खाते खोले जाते थे। इनमें पैसे जमा करवाकर इसके बदले बड़े ब्याज का झांसा दिया जाता था। इस मामले में चौकी प्रभारी बाईपास प्रवीण पुंडीर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। चौकी प्रभारी ने तहरीर देकर बताया कि वर्ष 2022 में नीलम चौहान और जगमोहन चौहान ने दून समृधि निधि लिमिटेड नाम की माइक्रो फाइनेंस कंपनी शुरू की थी। ये दोनों पति-पत्नी हैं। इसका कार्यालय दून विवि रोड स्थित संस्कार एन्क्लेव में है। कंपनी में अलग-अलग पदों पर कई लोगों को शामिल किया गया था। साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 30 एजेंट भी तैनात किए गए थे। कंपनी में 100 से भी अधिक ग्राहकों को जोड़ा गया था। इनसे करोड़ों रुपये की धनराशि जमा कराई गई थी। इसके बाद लोगों के पैसे लेकर कंपनी की निदेशक नीलम चौहान और संस्थापक जगमोहन चौहान फरार हो गए। कई लोगों ने इस संबंध में शिकायत की थी। थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि पुलिस इसमें फंसे लोगों की संख्या और धनराशि का आकलन कर रही है। इसके अलावा कंपनी के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। कंपनी की निदेशक नीलम चौहान, संस्थापक जगमोहन चौहान के अलावा कमलेश बिजल्वाण, कुसुम शर्मा, अनित रावत और दीपिका समेत अन्य एजेंटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।


