
रुद्रपुर। शिक्षिका सुषमा पंत की मौत के बाद पुलिस को उनके शव का पोस्टमार्टम कराने में लगभग 20 घंटे का इंतजार करना पड़ा। सुषमा की मां और अन्य परिजन रुद्रपुर नहीं पहुंचे। पुलिस और स्थानीय लोगों के समझाने पर उनकी मां केवल पोस्टमार्टम की औपचारिकता पूरी करने के लिए पहुंचीं, लेकिन उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया और वापस लौट गईं। पड़ोसियों ने सुषमा के शव का अंतिम संस्कार किया।
एसएसआई नवीन बुधानी ने बताया कि पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि सुषमा का अपने परिजनों से बहुत कम संपर्क था। उसने अपने पिता के नाम पर कौशल्या फेस-2 में मकान खरीदा था और पहले अकेले रहती थी। बाद में उसके साथ उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ निवासी अजय मिश्रा रहने लगा। कई वर्षों तक पड़ोसी अजय को सुषमा का पति समझते रहे। एसएसआई ने बताया कि प्रारंभ में सुषमा की मां पोस्टमार्टम के लिए भी आने को तैयार नहीं थीं, लेकिन समझाने पर बमुश्किल वे पहुंचीं। पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद सुषमा के पड़ोसी और सोसायटी अध्यक्ष सुरेंद्र गंगवार ने अन्य लोगों के साथ मिलकर अंतिम संस्कार कराया।
शिक्षिका सुषमा पंत की संदिग्ध हालात में मौत का मामला पूरी तरह उलझा हुआ नजर आ रहा है। सुषमा की मौत कैसे हुई, यह अब तक साफ नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने मौत की गुत्थी को और उलझा दिया है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि सुषमा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जलना है। रिपोर्ट में गला दबाने या अन्य कारणों की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
सीओ रुद्रपुर प्रशांत कुमार ने मौका-मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने बारीकी से घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने सुषमा की डायरी और अन्य कुछ कॉपी और किताब आदि कब्जे में ली हैं। वहीं पुलिस ने सुषमा का मोबाइल भी बरामद किया था। इसमें कॉल डिटेल आदि की भी पुलिस जांच कर रही है।

