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हल्द्वानी। उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे महिला अपराधों के खिलाफ शनिवार को हल्द्वानी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर पुतला दहन किया। इसके साथ ही तिकोनिया चौराहे से एसडीएम कोर्ट तक सड़क पर उतरकर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल समेत कांग्रेस पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। भाजपा नेताओं के लगातार महिला अपराधों के मामलों में नाम सामने आने पर कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुद्ध पार्क तिकोनिया में जोरदार विरोध प्रदर्शन कर भाजपा सरकार का पुतला दहन कीया। गुस्साए कांग्रेसियों ने बुद्ध पार्क तिकोनिया से जुलूस के रूप में एसडीएम कोर्ट परिसर तक जोरदार प्रदर्शन करते हुए पहुँचे। राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौपा।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि धामी सरकार महिलाओं/ बच्चियों और मासूमों के प्रति होने वाले जघन्य अपराधों को रोकने में पूरी तरह से विफल है। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिये।
विधायक हल्द्वानी सुमित हृदयेश ने कहा कि देवभूमि मे विगत कुछ समय से बलात्कार, गैंगरेप और हत्या जैसे जघन्य अपराधों की बाढ़ आ गयी है। मोदी सरकार बंगाल प्रकरण पर तुरंत सीबीआई जाँच की संस्तुति देती है लेकिन उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी हत्याकांड में मौन धारण कर लेती है। कहा कि महामहिम राष्ट्रपति देवभूमि उत्तराखंड को आपके संरक्षण की जरूरत है।
जिलाध्यक्ष राहुल छिम्वाल ने कहा कि बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में भाजपा नेताओं के सीधे जुड़ाव की खबरें भाजपा के चाल,चरित्र और चेहरे को दर्शाती है। खुद को बेटियों के रक्षक कहलाने वाले ही भक्षक बन गये है। महानगर अध्यक्ष एडवोकेट गोविंद बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं, बेटियों और बच्चियों के साथ बढ़ते बलात्कार, छेड़खानी की घटनाओं और बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण प्रत्येक उत्तराखंडवासी में भय व्याप्त है। बिगड़ती कानून व्यवस्था से अराजकता चरम पर है।


धामी सरकार के खिलाफ हल्लाबोल करते हुए समस्त कांग्रेस जनों ने महामहिम राष्ट्रपति से देवभूमि को शर्मसार होने से बचाने के लिए महिला अपराधों को रोकने के लिये अविलंब कड़े कानून बनाने की मांग की।

इस दौरान हरीश मेहता, सतीश नैनवाल, जगमोहन चिलवाल,प्रकाश पांडे, राजेन्द्र बिष्ट, हेमन्त बगडवाल,विजय सिजवाली राजेन्द्र बिष्ट (रज्जी), दीपक बलुटिया, ललित जोशी, योगेश जोशी, सुहैल सिद्दीकी, जीवन कार्की, संजय किरोला, जया कर्नाटक, शोभा बिष्ट, भागीरथी बिष्ट, रमा शर्मा, गीता बहुगुणा, राधा आर्य, दीपा बिष्ट, मीमांशा आर्य, जया पाठक, भगवती जोशी, सविता गुरुरानी, नीमा भट्ट, भगवती बिष्ट, कमला सनवाल, पुष्पा मेहता, मीनाक्षी नयाल, शशि वर्मा, शांति कोरंगा, माला वर्मा, मंजू बिष्ट, दीपा खत्री, लता पांडे, रत्ना श्रीवास्तव, हेम पांडे, मोहन बिष्ट, कुंदन नेगी, जाकिर हुसैन, देवेंद्र सिंह चनोतिया, मुकुल बलुटिया, हेमन्त शर्मा, विनोद दानी, विनोद कुमार (पिंनु), बहादुर बिष्ट, हेमन्त साहू, जगमोहन बगडवाल, विजय सिजवाली, संजय किरौला, भोला दत्त भट्ट, चंदन बिष्ट (कानू), महेशानंद, डॉ मयंक भट्ट, प्रताप बर्गली, गोविंद बगडवाल, नरेश अग्रवाल, सौरभ भट्ट, डॉ केदार पडलिया, एडवोकेट वरुण भाकुनी, सुरेंद्र बर्गली, संदीप जोशी, गुरप्रीत प्रिंस, सुशील डुंगरकोटी, हेम जोशी, किरन माहरा, जीवन अधिकारी, अबरार सिद्दीकी, संजू उप्रेती, राजू सुयाल, महेश कांडपाल, खीम सिंह चौहान, महेन्द्र कुमार, दीपक साह, नीतिन भट्ट, विक्की छिमवाल, देवेंद्र मेहरा, लाल सिंह पवार, संजय जोशी, राजेन्द्र उपाध्याय, एडवोकेट मनोज बिष्ट, गोविंद सिंह बिष्ट, प्रह्लाद बोरा, सुमित कुमार, वीर बिष्ट, अवध विहारी, सुरेश जोशी, मनोज श्रीवास्तव, ज्ञान सिंह थापा, त्रिलोक बनोली, कैलाश साह, भानु पडलिया, मनीष नेगी, हिमांशु जोशी, राजा फ़र्श्वान, प्रदीप नेगी, शेर दिल, आशीष कुडाई, शाद अली, इंदर पाल आर्य, प्रकाश पांडे, अबरार सिद्दीकी, राजा रवि पांडे, अशोक जोशी, रक्षित शर्मा, प्रदीप बिष्ट, हबीबुर्रहमान, एडवोकेट अनिल कन्नौजिया, गणेश राम, नवीन सांगूड़ी, मनोज शर्मा, बबलू बिष्ट आदि कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

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