ऋषिकेश। नकल माफिया के साथ एमबीबीएस के छात्र अमन और जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर वैभव की सोमवार को गिरफ्तारी से एम्स ऋषिकेश सुर्खियों में आ गया है। एम्स की ऑल इंडिया एमडी प्रवेश परीक्षा में नकल कराने के लिए तीन छात्रों से 50-50 लाख रुपये की डील की गई थी।
वहीं, डॉक्टर वैभव और एमबीबीएस के छात्र अमन के पेपर हल करने का दो-दो लाख रुपये में सौदा करना भी चर्चा का विषय बना हुआ है। नकल के आरोप में धरपकड़ के बाद अब एम्स प्रशासन भी उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए जांच शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
एम्स की एमडी की प्रवेश परीक्षा में नकल कराने में अहम भूमिका निभाने के आरोपी डॉक्टर वैभव और एमबीबीएस के छात्र अमन की धरपकड़ से संस्थान के अधिकारी सकते में हैं। एम्स में छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य शिक्षा के साथ व्यवहार का भी पाठ पढ़ाया जाता है। इस घटनाक्रम के सामने आने से अब संस्थान के अधिकारी छात्र-छात्राओं की ट्रेनिंग बॉडी को भी इस बाबत आवश्यक कदम उठाने के लिए निर्देशित करने जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस के माध्यम से एम्स तक जूनियर रेजीडेंट और छात्र की करतूत नहीं पहुंची है। जैसे यह मामला संस्थान तक आता है, तो इसमें डीन एकेडमिक को इससे अवगत कराया जाएगा, जिसके बाद वह प्रकरण में कार्रवाई के लिए मामला समिति की समक्ष रखेगी।
यहां जांच में संबंधित का पक्ष भी लिया जाएगा। दोषी साबित होने पर उन्हें संस्थान से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।