ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी। हल्द्वानी में साइबर ठगी का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। पीड़ित ने जिस एलआईसी की पॉलिसी को दस साल पहले बंद कर दिया था, उस पर लाखों रुपये सेटलमेंट के रूप में जमा होने का झांसा देकर साइबर ठगों ने सात महीने तक किस्तें भरवाईं। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने केस दर्ज कराया है।

हल्द्वानी निवासी आशीष ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि 2015 में उन्होंने बीमा पॉलिसी कराई थी। दो किस्तें जमा करने के बाद बॉन्ड न मिलने पर बंद कर दी। 20 दिसंबर 2024 को दीपक पासवान नाम के व्यक्ति का फोन आया। उसने खुद को आईजीएमएस डिपार्टमेंट से बताकर कहा कि उनकी पॉलिसी का सेटलमेंट हो रहा है। कुल रकम 6.55 लाख रुपये हो गई है और ड्यूज केवल 15,004 रुपये हैं। यह रकम जमा करने पर पॉलिसी का पैसा खाते में आने का भरोसा दिलाया। विश्वास में आकर आशीष जनवरी से जुलाई तक खाते में रुपये जमा करते रहे। इसके बाद आदेश, संजय नाम के व्यक्ति कॉल की और मेल के जरिए पॉलिसी की रकम बढ़ने की सूचना भेजते रहे। पीड़ित ने 12.50 लाख रुपये डाल दिए।
पीड़ित युवक ने 20 किस्तों 12.50 लाख रुपये की धनराशि साइबर अपराधियों के बताए खातों में भेज दी। ठगों ने युवक को मेल के माध्यम से बताया गया कि पॉलिसी की रकम 8.04 लाख, 9.39 लाख, 11.24 लाख, 15.42 लाख, 16.39 लाख, 19.64 लाख और 25.94 लाख रुपये हो गई है। हर बार रकम पाने के लिए नई किस्तें जमा करने को कहा गया। कोतवाली पुलिस ने बताया कि केस दर्ज कर केस साइबर थाने को ट्रांसफर कर दिया है।

Ad Ad Ad

You cannot copy content of this page