ख़बर शेयर करें -

देहरादून । देहरादून में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ नकली पनीर की सप्लाई के खेल का पर्दाफाश हो गया। पुलिस और एफडीए ने संयुक्त अभियान के तहत सहारनपुर से देहरादून लाए गए 720 किलो नकली पनीर को जब्त करते हुए नष्ट कराया। उधर, सहारनपुर की अवैध फैक्ट्री पर भी कार्रवाई की गई। नकली पनीर दून ही नहीं, बल्कि विकासनगर और चकराता तक सप्लाई किया जा रहा था।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि चारधाम यात्रा के लिए बढ़ती भीड़ को देखते हुए सहारनपुर से नकली पनीर की बड़ी खेप भेजी जा रही है। सूचना मिलते ही रायपुर थाना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम गठित की गई। इस टीम ने रायपुर क्षेत्र के अपर ईश्वर विहार स्थित एक दुकान पर छापा मारा। एक पिकअप वैन से नकली पनीर की खेप उतारी जा रही थी। पुलिस ने इस दुकान के गोदाम से छह कुंतल नकली पनीर और पिकअप से एक कुंतल 20 किलो नकली पनीर बरामद किया। मौके पर बुलाई गई फूड सेफ्टी टीम ने परीक्षण के बाद पनीर को नकली बताया। पुलिस ने दुकान संचालक अब्दुल मन्नान और वाहन चालक आरिफ को गिरफ्तार कर लिया और नकली पनीर को मौके पर नष्ट कराया गया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि यह नकली पनीर मनोज कुमार, नरेंद्र चौधरी और शाहरुख की सहारनपुर के कासमपुर इलाके में जंगल के बीच अवैध फैक्ट्री में तैयार किया गया था। तीनों आरोपी इस फैक्ट्री को पार्टनरशिप में चलाते हैं। पुलिस ने तत्काल रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया। दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद तीन और लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को अलर्ट किया गया।

देहरादून में सप्लाई करने के लिए सहारनपुर से आए 720 किलो नकली पनीर को नष्ट कराया गया।
पुलिस ने मौके से अब्दुल मन्नान सलीम अहमद निवासी रायपुर रोड ईश्वर विहार देहरादून और आरिफ पुत्र मेहंदी हसन निवासी बैरागीवाला सहसपुर को गिरफ्तार किया। जबकि, मनोज कुमार पुत्र मेहरपाल निवासी हरर्बटपुर विकासनगर, शाहरुख पुत्र मुनफैत निवासी कुंजा ग्रांट विकासनगर और नरेंद्र सिंह पुत्र नकली सिंह निवासी छोटूवाला बादामावाला विकासनगर फरार थे। इनको देर शाम विकासनगर के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किया।
स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य के खाद्य तंत्र को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने की दिशा में खाद्य संरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग की बड़ी सफलता है। नकली पनीर जैसे जहरीले उत्पादों पर कड़ी निगरानी और कठोर दंड सुनिश्चित किया जाएगा। जनता से भी अपील है कि संदिग्ध खाद्य पदार्थों की सूचना प्रशासन को दें। चारधाम यात्रा में खाद्य गुणवत्ता सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सीएफएसओ रमेश सिंह ने बताया कि जिस व्यक्ति शाहरूख से यह पनीर खरीदा गया था, उसका 350 किलो पनीर विगत 11 मार्च 2025 को दर्रारेट में एडफीए ने नष्ट कराया था। पनीर की गाड़ियां दर्रारेट से आ रही हैं। क्योंकि, आशारोड़ी में सख्ती की जा रही है। शाहरुख भी दर्रारेट से ही आया।

Ad Ad Ad

You cannot copy content of this page