

पिथौरागढ़। नेपाल की जेल से भागकर भारतीय सीमा पर घुसपैठ कर रहे चार नेपाली कैदियों को एसएसबी ने झूलाघाट के निकट पकड़ लिया। ये चारों जान जोखिम में डालकर उफनती काली नदी को रबर ट्यूब के सहारे पार कर भारतीय सीमा में घुसे थे। इनमें से तीन कैदी बलात्कार और चौथा हत्या के केस में सजा काट रहा था। चारों को नेपाल पुलिस को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है।
एसएसबी के अनुसार, पिथौरागढ़ जिले में झूलाघाट के निकट देवताल में चार लोग रबर ट्यूब की सहायता से काली नदी पार करते हुए नजर आए। जैसे ही ये चारों ने नदी पार कर भारत की सीमा में घुसे 55वीं वाहिनी एसएसबी की पेट्रोलिंग टीम ने इन्हें पकड़ लिया। चारों को पकड़ने के बाद एसएसबी की टीम ने नेपाल पुलिस के साथ समन्वय किया और इनकी पहचान साझा की। पता चला कि चारों जेल के भागे कैदी हैं। इनमें धर्मेंद्र चंद्र बैतड़ी, तर्कराम लुहार निवासी बैतड़ी और सूरज साउद निवासी कंचनपुर नेपाल बलात्कार मामले में सजा काट रहे थे। जबकि आशिक पहरी निवासी पाटन बैतड़ी हत्या के मामले में जेल में बंद था। नेपाल की अदालत ने चारों को दोषी ठहराते हुए दीर्घकालीन कारावास की सजा सुनाई थी। आंदोलन की आड़ में ये कैदी भाग निकले थे और अब भारत में घुसने की योजना बना रहे थे। एसएसबी की टीम स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सभी से पूछताछ में जुटी है। औपचारिक प्रकिया के बाद करने के बाद कैदियों को नेपाल पुलिस को सौंपा जाएगा।


