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देहरादून। अनुशासनहीनता और ठेकेदारों के साथ चर्चित स्टिंग मामले में जल निगम के मुख्य अभियंता-कुमाऊं सुजीत कुमार विकास के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्हें दो प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ ही दो वेतनवृद्धियां भी रोक दी गईं हैं। विकास पर लगे आरेापों पर चार्जशीट भी जारी कर दी गई। जल निगम के एमडी रणवीर सिंह चौहान ने कार्रवाई की पुष्टि की।

सूत्रों के अनुसार विकास की पिछले काफी समय से जांच चल रही थी। उन पर कई गंभीर आरोप थे। इसमें कुछ विभागीय ठेकेदारों के साथ हुए स्टिंग काफी चर्चित रहे। इसके साथ ही उन पर अनुशासनहीनता और मनमाने तरीके से काम करने के आरोप भी थे। सूत्रों के अनुसार शासन ने स्टिंग मामले के साथ-साथ अपने तबादला आदेश का समय पर पालन न करने और विरोध जताने, बिना उच्च अधिकारियों की अनुमति लिए अपने समकक्ष अफसरों की जांच करने का भी आरोप है। इसके साथ विजिलेंस को जांच के लिए पत्र लिखना भी कार्रवाई का आधार बना है। सूत्रों के अनुसार कुछ आरोपों में दोषी पाए जाने पर प्रतिकूल प्रविष्टि और वेतन वृद्धि रोकने का फैसला लिया गया है।

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