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हल्द्वानी। कुमाऊं परिक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल ने कुमाऊं के पुलिस अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक की। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े निर्देश दिए। आई ने कहा कि अब प्रभारी निरीक्षक और थानाध्यक्ष
खुद को मठाधीश ना समझे।अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए काम करें। आपराधिक घटनाओं में लापरवाही बरतने पर संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध 24 घंटे के भीतर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।

पुलिस महानिरीक्षक कुमायूँ परिक्षेत्र श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल की अध्यक्षता में आज हल्द्वानी में अपराध समीक्षा गोष्ठी आयोजित हुई। बैठक में कुमायूँ रेंज के सभी एसएसपी/एसपी, राजपत्रित अधिकारी एवं क्षेत्राधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक में अपराध नियंत्रण, लंबित मामलों का निस्तारण, महिला शवों की शिनाख्त, गुमशुदगी, नशा विरोधी अभियान, विवेचना की गुणवत्ता और आगामी त्योहारों व छात्रसंघ चुनावों की कानून-व्यवस्था को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए जा रहे अज्ञात महिला शवों की शिनाख्त अभियान की गहन समीक्षा।
डीएनए प्रोफाइलिंग, फेस रिकग्निशन तकनीक, फोटो प्रसार व स्थानीय मीडिया/सोशल मीडिया का सहयोग लेने के निर्देश दिए गए। “किसी शव की पहचान अधर में नहीं रहनी चाहिए, हर पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए।
एक माह के भीतर सभी लंबित वाहन न्यायालय की अनुमति से नीलामी/स्क्रैपिंग प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश। अदालतों के आदेशों के अनुरूप डिस्पोजल हेतु विशेष ड्राइव चलाने के निर्देश दिए गए।एनडीपीएस मामलों में जब्त माल लंबे समय तक सुरक्षित रखना सुरक्षा और विधिक दोनों दृष्टि से जोखिमपूर्ण है।” लंबित विवेचनाओं पर नाराजगी जताई और कहा “बहाने नहीं, नतीजे चाहिए।”
प्रत्येक क्षेत्राधिकारी को साप्ताहिक ओआर. बैठक आयोजित कर विवेचनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने का आदेश।
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड के गोष्ठी के क्रम में 6 माह से अधिक लम्बित विवेचना, शिकायती प्रार्थना पत्र एवं विभागीय जाँचों का 15 दिवस में निस्तारित करने के आदेश
बैठक में प्रहलाद नारायण मीणा (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नैनीताल) ऑनलाईन, मणिकान्त मिश्रा (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ऊधमसिंहनगर) देवेन्द्र पींचा (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अल्मोड़ा)अजय गणपति (पुलिस अधीक्षक, चम्पावत), श्रीमती रेखा यादव (पुलिस अधीक्षक, पिथौरागढ़), चन्द्रशेखर घोडके(पुलिस अधीक्षक, बागेश्वर)
सुश्री निहारिका तोमर (एसपी क्राइम रुद्रपुर), तथा अन्य राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे ।
इससे पूर्व आईजी ने सभी थाना प्रभारियों के साथ ऑनलाइन गोष्ठी लेकर आगामी छात्र संघ चुनाव, नन्दा अष्टमी एवं वारावफात के दौरान शांति व सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के कड़े निर्देश दिये।
आईजी ने निर्देशित किया कि आगामी छात्र संघ चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराया जाये। चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गुंडा-पर्वर्ती अथवा अवांछनीय गतिविधि न हो, इसके लिए प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि गुंडा तत्व किसी भी प्रकार के हथियार—लाठी, डंडा, पिस्टल अथवा तमंचा—उठाने से पहले 10 बार सोचें, ऐसा भय और नियंत्रण पुलिस की सख्त कार्यवाही से ही सम्भव है। यदि चुनाव के दौरान फायरिंग अथवा कोई अन्य गंभीर आपराधिक घटना घटित होती है और उसमें पुलिस की लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध 24 घंटे के भीतर निलंबन की कार्यवाही तय होगी। नन्दा देवी मेले की तैयारियों में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने विशेष रूप से हरिद्वार की मंशा देवी जैसी दुखद घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने के निर्देश दिये। पार्किंग, सीसीटीवी, बिजली की तारों की सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण आदि व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सम्बन्धित विभाग से एफिडेविट के रूप में सुनिश्चित करायी जाये।

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