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देहरादून। 73 वर्षीय रिटायर लेफ्टिनेंट कर्नल को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट बताकर 95 लाख रुपये ठग लिए। उनकी तहरीर पर साइबर क्राइम थाना देहरादून पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, ऋषिकेश के बुजुर्ग से भी 52.50 लाख रुपये ठग लिए गए।

पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल स्वतंत्र कुमार शर्मा न्यू सहस्रधारा रोड, अधोईवाला में रहते हैं। घटना बीते छह से 13 सितंबर के बीच की है। जब शर्मा को अज्ञात फोन कॉल और व्हाट्सएप मैसेज मिले। सबसे पहले कॉल करने वालों ने खुद को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन अंधेरी मुंबई से प्रदीप नाम का अधिकारी बताया। दावा किया कि उनके खिलाफ केनरा बैंक में 800 करोड़ रुपये जमा करने का मामला दर्ज है। जिसमें नरेश अग्रवाल नामक व्यक्ति भी शामिल है। वह गिरफ्तार हो चुका है। पीड़ित का नाम लिखी एक फर्जी एफआईआर की पीडीएफ भेजी गई। इसके बाद कहा गया वह डिजिटल अरेस्ट हो चुके हैं। डराया गया कि केस के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं देनी है। इसके बाद शर्मा को धमकी दी गई कि जांच टीम को रकम के क्लीयरेंस के लिए उनके दिए बैंक खाते में दो करोड़ रुपये भेजने होंगे। डर के कारण शर्मा ने कुल 95 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने और रकम जमा करने का दबाव बनाया। तब पीड़ित को ठगी को पता लगा।

उधर, ऋषिकेश के 67 वर्षीय बुजुर्ग को भी डिजिटल अरेस्ट बताकर साइबर ठगों ने अपने दिए बैंक खाते में 52.50 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए।

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