ख़बर शेयर करें -

देवप्रयाग। देवप्रयाग थाना पुलिस की सजगता से मध्य प्रदेश निवासी युवक की जान बच गई। युवक देवप्रयाग संगम तट पर आत्महत्या करने जा रहा था। पुलिस का कहना है कि ऑन लाइन चार लाख की ठगी के बाद युवक अवसाद में चला गया। युवक के परिजनों ने दो अगस्त को युवक की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि, राजमार्ग पर चेकिंग के दौरान एक युवक बिना हेलमेट और बिना नम्बर प्लेट की बाइक चलता हुआ मिला। चालान भरने की नौबत आने पर युवक के पास कोई रुपया, मोबाइल नहीं मिला। पूछताछ में युवक ने बताया कि, वह देवप्रयाग संगम पर अंतिम इच्छा (आत्महत्या) पूरी करने जा रहा है। पुलिस ने संदेह होने पर बाइक के चेसिस नंबर के आधार पर युवक का पता ढूंढ़ निकाला। युवक मध्य प्रदेश का निवासी है और उसकी गुमशुदगी भी दर्ज है। बताया कि युवक ने रकम दोगुनी करने के चुक्कर में एक फर्जी ऐप पर ऑनलाइन चार लाख रुपये गंवा दिए। बड़ी रकम डूबने पर युवक सदमे में आ गया। बिना बताये बाइक से निकलकर उत्तराखण्ड पहुंच गया। बीते सोमवार को वह बछेलीखाल चौकी पुलिस की पकड़ में आ गया। चौकी प्रभारी दीपक लिंगवाल ने अवसाद से घिरे पंकज को तीन धारा चौकी में सुरक्षित निगरानी में रख लिया। पुलिस की सूचना पर उसके पिता और जीजा देवप्रयाग पहुंचे। परिजनों ने देवप्रयाग पुलिस का आभार जताया और युवक को वापस घर ले गए। युवक के पास मोबाइल नहीं होने से मध्य प्रदेश पुलिस के लिए उसकी लोकेशन पता करना मुश्किल हो रहा था। आखिर देवप्रयाग पुलिस ने उसे बचा लिया।

You cannot copy content of this page