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एडिटर इन चीफ अजय अनेजा।

उत्तराखंड के नैनीताल में शराब और दूसरे नशे की शिकायतों के बाद सी.ओ.ने खुद सिविल ड्रेस में छापेमारी की और दर्जनों लोगों को असंवैधानिक हरकतों में पकड़कर कोतवाली में बैठा दिया। कोतवाली पुलिस ने सभी के पुलिस एक्ट में चालान कर हिदायत देकर छोड़ दिया।

नैनीताल में सर्किल ऑफिसर(सी.ओ.)विभा दीक्षित को नैनीताल में बढ़ते नशे की असंख्य शिकायतें आ रही थी। कुछ समय तक जानकारियां जुटाने के बाद शनिवार शाम लगभग सात बजे सी.ओ.विभा दीक्षित सिविल ड्रेस में आम लड़की बनकर मल्लीताल की मस्जिद से अरोमा होटल मार्ग में पैदल निकल गई। इस दौरान उनके साथ दो कॉन्स्टेबल भी सिविल ड्रेस में एक दूरी बनाकर चलते रहे, तांकि किसी को उनपर शक न हो। सी.ओ.ने पहले तो पूरे मार्ग की रैकी करी और दो से तीन स्थानों में खुल्ले आम शराब पीते युवकों को चिन्हित किया। इसके बाद उन्होंने मल्लीताल कोतवाली से टीम बुलवाई और सभी को पकड़कर कोतवाली में बैठा दिया। इसके बाद नैनीताल की धाकड़ सी.ओ., मल्लीताल की जयलाल साह बाजार पहुंची और रैस्टोरेंट में ग्राहकों को बैठाकर शराब पिलाने और पीने वालों को पुलिस के माध्यम से कोतवाली ले आई। पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्यवाही के बाद मल्लीताल क्षेत्र में अवैध और अनैतिक कार्य करने वालों के बीच हड़कंप मच गया। पुलिस ने लगभग 22 लोगों के पुलिस एक्ट में सार्वजनिक स्थल पर शराब पीने और पिलाने के चालान किये। पुलिस ने सभी को दोबारा ऐसा नहीं करने की कड़ी हिदायत देकर छोड़ दिया।सी.ओ.की नाशे के खिलाफ सख्त कार्यवाही देखकर अब स्मैक की समस्या से जूझ रहे नैनीताल के लोगों को भी स्मैक पर रोक लगने की आस जग गई है।

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