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देहरादून।  राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में छात्र संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया| कार्यक्रम में स्कूल ऑफ यौगिक साइंसेज एंड नेचुरोपैथी के साथ स्कूल आफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंस के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया| राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रीमहंत देवेंद्र दास  महाराज ने शुभकामनाएं प्रेषित की। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. यशबीर दीवान ने छात्रों को स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों और जीवन पथ पर चलने का मार्गदर्शन दिया।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अजय कुमार खंडूड़ी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद के आदर्श बहुत महान थे और उन्होंने युवाओं को असंख्य संदेश दिए हैं| उन्होंने कहा कि एक अच्छे चरित्र का निर्माण हजारो बार ठोकर खाने के बाद ही होता है विवेकानंद जी के यह वाक्य असफलताओं से ना घबराने की बात कहते हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल ऑफ़ यौगिक साइंसेस एंड नेचुरोपैथी के संकायध्यक्ष एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर कंचन जोशी ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर कंचन जोशी ने कहा कि विवेकानन्द शिक्षा को व्यक्तित्व और राष्ट्रीय सशक्तिकरण की आधारशिला मानते थे। उन्होंने विशेष रूप से आम लोगों के लिए सुलभ शिक्षा की वकालत की। उन्होंने युवाओं से “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए” का आग्रह किया।

इस अवसर पर प्रोफेसर सरस्वती काला ने स्वामी विवेकानंद के जीवन के विभिन्न पहलुओं को कहानी के माध्यम से छात्रों के सम्मुख रखा और उन्हें प्रेरित किया| कार्यक्रम में छात्रों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया और स्वामी विवेकानंद के जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में ज्ञानवर्धन किया।

इस अवसर पर डॉ अनिल थपलियाल ने स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस के संबंधों के बारे में बताते हुए गुरु शिष्य परंपरा के विषय में छात्रों को ज्ञान दिया| इस अवसर पर प्रोफ़ेसर गीता रावत,डॉ आशीष कुलश्रेष्ठ, डॉ बिजेंद्र सिंह, डॉ राजेंद्र सिंह नेगी, डॉ. आशा बाला, डॉ आरती भट्ट के साथ, अरुप बिष्ट उपस्थित रहे|

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