नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद सहयोगियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है। मंत्रियों के विभागों की सूची राष्ट्रपति भवन के सचिवालय की ओर से जारी कर दी गई है। सूची के मुताबिक नितिन गडकरी को लगातार तीसरी बार सड़क परिवहन मंत्रालय सौंपे जाने के आसार हैं। अब तक की जानकारी के अनुसार पिछली सरकार में भाजपा के पांच प्रमुख मंत्रियों के विभागों को नई सरकार में भी जस का तस रखा गया है। इनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारणम, विदेश मंत्री एस जयशंकर के नाम शामिल हैं। उत्तराखंड से राज्य मंत्री बनाए गए अजय टम्टा नए सड़क परिवहन राज्य मंत्री होंगे।
प्रधानमंत्री ने अन्य कैबिनेट सहयोगियों के बीच भी मंत्रालय बांट दिए हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट की पहली बैठक में पीएम आवास योजना को लेकर बड़े फैसले लिए। सूत्रों के मुताबिक अजय टम्टा को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए हैं। हर्ष मल्होत्रा भी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए हैं।
चिराग पासवान को खेल मंत्रालय के साथ खाद्य प्रसंस्करणो
सीआर पाटिल को जलशक्ति मंत्रालय, गजेंद्र शेखावत को संस्कृति-पर्यटन और चिराग पासवान को खेल व युवा कल्याण मंत्रालय मिला है। उन्हें इसके साथ-साथ खाद्य और प्रसंस्करण मंत्रालय भी सौंपा गया है। सर्बानंद सोनोवाल को बंदरगाह और जहाजरानी, राम मोहन नायडू को नागरिक उड्डयन, किरेन रिजिजू को संसदीय कार्य और भूपेंद्र यादव को पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। चुनाव हारने के बावजूद मंत्री बनाए गए रवनीत सिंह बिट्टू को अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय दिया गया है। राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री बरकरार रहेंगे। भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्रालय का जिम्मा मिला है। जीतनराम मांझी को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।
बड़े मंत्रालय यानी गृह, रक्षा, वित्त, परिवहन और विदेश में कोई बदलाव नहीं किया गया है। राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री, अमित शाह गृह मंत्री, निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री और एस जयशंकर विदेश मंत्री बने रहेंगे। कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले चुके मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि और पंचायती राज मंत्रालय मिला है। अश्विनी वैष्णव को सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ-साथ सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय मिला है।