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देहरादून। राज्य कर विभाग की टीम ने देहरादून, हल्द्वानी, रुड़की और रुद्रपुर में छापेमारी कर छह फर्मों में छह करोड़ से अधिक की जीएसटी चोरी पकड़ी है।

राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त अनिल सिंह ने बताया कि विभाग को राज्य के कई क्षेत्रों में कुछ फर्जी फर्म की सूचना मिली थी जो फर्जी आईसीटी क्लेम करने के लिए गलत ढंग से ईवे बिल जारी कर रहे थे। ये सभी फर्म सर्विस सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में काम कर रही थीं। चोरी पकड़े जाने के बाद अभी तक ढाई करोड़ रुपये जमा कराए जा चुके हैं। अभी जांच जारी है।
अपर आयुक्त कर ने बताया कि फर्जी फर्मों को पकड़ने के लिए 30 अधिकारियों की 10 टीमें बनाई गई। जिन्होंने एक साथ चार शहरों में कार्रवाई की। छापेमारी टीम में उपायुक्त विनय पांडेय, निखिलेश श्रीवास्तव, विनय ओझा, अरविन्द प्रताप, सुरेश कुमार, सहायक आयुक्त मनमोहन असवाल, टीका राम, नीतिका नारंग, गार्गी बहुगुणा, उर्मिला पींचा. रजनीकान्त शाही, एवं राज्य कर अधिकारी अलीशा बिष्ट, शिखा तोमर, असद अहमद, ईशा, गजेन्द्र भण्डारी आदि शामिल रहे।

अधिकारियों ने बताया कि पकड़ी गई फर्म विशेषज्ञ सेवा देने के नाम पर गुड्स की आईटीसी क्लेम कर रही थी। जांच में पाया गया कि इनके पते फर्जी थे और वास्तव में कोई फर्म भी अस्तित्व में नहीं थे। यही नहीं इन फर्मों की ओर से जारी किए गए ईवे बिल में प्रयुक्त वाहनों की जांच से पता चला कि वे किसी टोल प्लाजा से भी नहीं गुजरे। पेपर वर्क कर फर्जी बिल क्लेम किए जा रहे थे।

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