एडिटर इन चीफ अजय अनेजा
हल्द्वानी-राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार देश में हर साल चार लाख सड़क हादसों (road accidents) में करीब डेढ़ लाख लोगों की असामयिक मृत्यु हो जाती है। सड़क हादसों के लिए शराब का सेवन प्रमुख वजह बनता है।अल्मोड़ा जिले के जीआइसी मेरगांव के कक्षा 12वीं के छात्र अंकित आर्य व पंकज पांडे (Ankit Arya and Pankaj Pandey) ने सड़क हादसों पर ब्रेक लगाने के लिए सेंसर युक्त एल्कोहल डिटेक्टर माॅडल (alcohol detector sensor model) तैयार किया है। दुर्घटना रोकने के साथ हादसों के तत्काल बाद राहत बचाव उपलब्ध कराने में भी माडल उपयोगी साबित होगा।
हल्द्वानी में आयोजित राज्य स्तरीय विज्ञान मेले में पहुंचे अंकित व पंकज के वाहन दुर्घटना रोकथाम युक्ति माडल की सराहना हो रही है। प्रदर्शनी में पहुंचने वालों के अंकित बड़ी बारीकी के साथ माडल के बारे में बता रहे हैं। प्रदर्शनी से माडल के काम करने का तरीका समझा रहे हैं।शराब पीकर ड्राइविंग सीट पर बैठते ही गाड़ी का इंजन बंद हो जाता है। साथ ही सेंसर पुलिस कंट्रोल रूम को एक मैसेज भेजता है। जिसमें गाड़ी संख्या के साथ चालक के शराब पीकर वाहन चलाने की सूचना जाती है। कंट्रोल रूम से वाहन चलाने की अनुमति देने पर ही गाड़ी चालू होती है।पंकज ने बताया कि वाहन के साथ कोई हादसा होता है तो 10 सेकेंड के भीतर वाहन की जीपीएस लोकेशन कंट्रोल रूम पहुंच जाती है। जिससे तत्काल राहत व बचाव कार्य किया जा सकता है। हादसा मामूली हो तो चालक 10 सेकेंड के भीतर बटन दबाकर कंट्रोल रूम सूचना जाने से रोक भी सकता है। पंकज व अंकित ने भौतिक विज्ञान प्रवक्ता संदीप कुमार के मार्गदर्शन में माडल तैयार किया है।
एंटी अलार्म चश्मा बनेगा कार गरपर्वतीय मार्गों में वाहन चलाते समय चालक को नींद आने या नशे में रहने के कारण दुर्घटनाएं होती हैं। पिथौरागढ़ जिले की जिया ने एंटी अलार्म ग्लास बनाया है। जिस पर डिवाइस लगा है। चश्मा चालक को पहनाया जाएगा। नींद या नशे के कारण चालक की आंखें बंद होंगी तो डिवाइस में लगा अलार्म बजने लगेगा। इससे वाहन में बैठे यात्री व चालक दोनों सतर्क होंगे।
केले के फाइबर से सेनेटरी पैड सनातन धर्म इंटर कालेज ऊधम सिंह नगर की छात्रा शिवानी ने केले के फाइबर से सेनेटरी पैड बनाने की अवधारणा का माडल प्रस्तुत किया है। जिसके माध्यम से शिवानी ने महिलाओं की समस्याओं को हल करने का प्राकृतिक तरीका ढूंढ निकाला है।