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हल्द्वानी। लालकुआं दुग्ध के पूर्व सामान्य प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह द्वारा लालकुआं नैनीताल में की गयी विभिन्न कार्यों की निविदाओं में उत्तराखण्ड अधिप्राप्ति नियमावली, 2017 के नियम सं0-10 (1), 10 (3), 10 (5) एवं 10 (2) का उल्लंघन करते हुए, लगभग 30,04,480.00 (लगभग तीस लाख चार हजार चार सौ अस्सी मात्र) की शासकीय क्षति एवं वित्तीय अनियमितताए की गयी है। जिसके लिये इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रस्तावित है। अतः निर्भय नारायण सिंह, सहायक निदेशक को ‘तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।

बता दें कि वर्ष 2023 में दुग्ध संघ में टेंडर वितरण, सूचना प्रकाशन, पश्मीना रजाई खरीद और कमेटी के दक्षिण भारत भ्रमण के दौरान दुग्ध संघ का लाखों रुपया गलत तरीके से खर्च किया गया. घोटाले की जांच भी अब पूरी हो चुकी है. इसके बाद सामने आया है कि पूरे घोटाले के पीछे दुग्ध संघ के तत्कालीन जीएम निर्भय नारायण सिंह का नाम सामने आया।. घोटाले की जांच रिपोर्ट को डेयरी विकास विभाग के निदेशक डॉ. संजय खेतवाल ने शासन को भेज दिया था।इस मामले में शासन की ओर से कार्रवाई की जानी थी। वर्ष 2023 में वार्षिक अधिवेशन के दौरान दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए दिए जाने वाले समान के खरीदने टेंडर में अनियमिताएं, सूचना प्रकाशन, पश्मीना रजाई खरीद, कमेटी के दक्षिण भारत भ्रमण के दौरान दुग्ध संघ का लाखों रुपया गलत तरीके से खर्च किए जाने सहित घोटाले के नौ मामलों में जांच चल रही थी. जिसके बाद जनवरी 2024 में जीएम पर घोटाले के आरोप लगे और पद से हटा दिया गया.०पूरे मामले की जांच कुमाऊं कमिश्नर के साथ-साथ कई स्तर पर विभाग से भी कराई गई. जांच अनियमितताएं सामने आई थीं। पूर्व जीएम के वित्तीय अनियमितताओं और टेंडर संबंधित घोटाले की जांच कुमाऊं कमिश्नर के अलावा विभाग से भी कराई गई थी. पाया गया कि पूर्व जीएम द्वारा टेंडर प्रक्रिया के दौरान मानक को पूरा नहीं किया गया. गलत टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से कुछ लोगों को लाभ पहुंचाया गया है।

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