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देहरादून। सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के आरोपी मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पीसी उपाध्याय समेत चार लोगों पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी उपाध्याय ने अपने साथी सौरभ वत्स व अन्य के साथ मिलकर देशभर के कई कारोबारियों से करोड़ों रुपये ठगे हैं। उपाध्याय को दो दिन पहले ही कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जबकि, सौरभ वत्स को राजस्थान पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में पंजाब के पटियाला निवासी एक कारोबारी ने पीसी उपाध्याय, सौरभ वत्स, उसकी पत्नी नंदिनी वत्स और शाहरुख खान के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ित का पटियाला में कई तरह का कारोबार है। उसने कारोबारी को झांसा दिया था कि वह सरकारी टेंडर उन्हें दिला सकता है। इसके लिए उसने कारोबारी से तीन करोड़ रुपये से अधिक ले लिए।
इसके बाद ई-टेंडर में तमाम तरह की खामियां बताकर उनसे और भी ठगी की। कुछ दिन बाद पटियाला के ही एक अन्य कारोबारी ने मुकदमा दर्ज कराया। एक के बाद एक कई लोगों ने इस पूरे सिंडीकेट के खिलाफ पुलिस को शिकायत की है।
राजस्थान पुलिस ने भी पिछले दिनों सौरभ वत्स व पीसी उपाध्याय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। स्थानीय पुलिस लंबे समय से दावा कर रही थी कि सौरभ वत्स हाथ नहीं आ रहा है। पिछले साल ही उस पर ढाई हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।

इसी बीच राजस्थान पुलिस ने सौरभ वत्स को गिरफ्तार कर लिया। इसके ठीक दो दिन बाद ही पीसी उपाध्याय को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया। अब उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज करने के लिए रिपोर्ट तैयार की गई थी।

इसके बाद सौरभ वत्स उर्फ सौरभ शर्मा, पीसी उपाध्याय, नंदिनी वत्स और शाहरुख खान के खिलाफ शहर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया। इनमें वत्स के खिलाफ छह मुकदमे, पीसी उपाध्याय के खिलाफ पांच और बाकी दो आरोपियों पर चार-चार मुकदमे धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज हैं।

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