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नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी जिले के किशनगढ़ थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां पर कुछ युवकों ने अपने गांव के ही एक युवक को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी पीड़ित को करीब आधा घंटे तक पीटते रहे और उसके लात-घूसों से उसकी शरीर की करीब-करीब हर हड्डी तोड़ दी थी। पीडि़त का कसूर इतना था कि उसने अपने चोरी हुए मोबाइल के बारे में आरोपियों से पूछ लिया था। आरोपियों को लगा कि वह उन्हें चोर बता रहा है। पुलिस टीम ने मात्र 10 घंटे में दो नाबालिगों समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया।

वारदात के प्रत्यक्षदर्शी और सिवान, बिहार निवासी रामबाबू मेहतो ने पुलिस को 12 मार्च को शिकायत दी कि वह उसके गांव के लड़के धनंजय, प्रदीप और मनीष कुमार के साथ कटवारिया सराय में किराये पर रहता है। मंगलवार शाम करीब सात बजे सभी कमरे पर थे। उसी समय उसी इमारत में दूसरी मंजिल पर रहने वाला इंदरपाल गाली-गलौच करने हुए नीचे आया और कहने लगा कि मनीष ने उसके कमरे से मोबाइल चुराया है। रामबाबू मेहतो ने कहा कि मनीष ने कोई चोरी नहीं की है तो वह मारपीट करने लगा। तभी इंदरपाल ने अपने साथी शिवम, सौरभ व अन्य को बुलाकर कहा कि आज मनीष जिंदा नहीं बचना चाहिए।

ये मनीष को नीचे गिराकर उसे आधा घंटे तक लात-घूंसों से पीटते रहे। मनीष जब अधमरा हो गया तो आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गए। पीसीआर ने उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या का मामला दर्जकर किशनगढ़ थानाध्यक्ष शंभूनाथ, इंस्पेक्टर अमित चौधरी, एसआई धर्मेंद्र, हवलदार योगेश कुमार, विनोद कुमार व अजय कुमार की टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू की।

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