
रुद्रप्रयाग। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा नाबालिग लोगों के विवाह को रोकने एवं समाज को जागरूक करने की कार्यवाही लगातार जारी है। मंगलवार को वन स्टॉप सेंटर की टीम ने एक नाबालिग लड़के की सगाई रुकवा दी, जिसके बाद टीम ने दोनों पक्षों को समझाते हुए बालिग होने पर ही विवाह करने का सुझाव दिया।
जानकारी के अनुसार ऊखीमठ ब्लॉक के 20 साल के नाबालिग बालक की सगाई अगस्त्यमुनि निवासी लड़की की साथ 24 नवम्बर को तय होने की सूचना जैसे ही बाल विकास विभाग को मिली तो सूचना मिलते ही बाल विकास परियोजना अधिकारी देवेश्वरी कुंवर, वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक रंजना गैरोला भट्ट, संरक्षण अधिकारी अरविंद सिंह, चाइल्ड हेल्पलाइन के समन्वयक सुरेंद्र सिंह, वार्ड मेंबर पूजा देवी और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री उर्मिला देवी द्वारा तत्काल नाबालिग बालक के घर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को सख्त हिदायत दी कि जब तक बालक की उम्र 21 साल नहीं हो जाती है तब तक वह न सगाई करेंगे और ना ही उनके विवाह के बारे में सोचेंगे।
टीम द्वारा परिजनों को बताया गया कि यदि उनके द्वारा जबरदस्ती यह कार्य किया जाता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो सकती है। उन्हें इस अपराध के लिए सजा और जुर्माना दोनों से दंडित किया जा सकता है।

