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देहरादून। उत्तरांचल विवि के लॉ तीसरे वर्ष के छात्र अब राज्य के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड समेत कुछ अन्य बड़े अपराधों के बारे में पढ़ेंगे। इससे वे जान सकेंगे कि कैसे तकनीक और विज्ञान के आधार पर पुलिस ब्लाइंड केसों को खुलासा करती है। वहीं, लॉ कालेज के विशेषज्ञ पुलिस अधिकारियों को कानून की बारिकियां सिखाएंगे। इसके लिए शनिवार को पुलिस ट्रेनिंग कालेज यानी पीटीसी नरेन्द्र नगर और उत्तरांचल विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता हुआ।

विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी और पुलिस ट्रेनिंग सेन्टर के निदेशक डीआईजी ददन पाल ने एमओयू पर साइन किए।

लॉ कालेज के डीन प्रो. राजेश बहुगुणा ने बताया कि इस एमओयू से जहां पुलिस अधिकारियों को लॉ कालेज के अत्याधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और विशेषज्ञों का लाभ मिलेगा। वहीं लॉ कालेज के छात्र पुलिस अधिकारियों से अनुभव और कानून का व्यवहारिक ज्ञान ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस चर्चित केसों के बारे में भी लॉ तृतीय वर्ष के छात्रों को पढ़ाएगी।

डीआईजी ददन पाल ने कहा कि कालेज के विषय विशेषज्ञों, विधि सम्बन्धी नवीनतम पुस्तकों से सुज्जित पुस्तकालय एवं मूट कोर्ट सहित अत्याधुनिक संसाधनों एवं आन लाइन डेटा बेस का उत्तराखंड पुलिस को लाभ मिलेगा।दोनों संस्थान शैक्षणिक गतिविधियों में सहयोग, कौशल विकास और सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संयुक्त रूप से चला पाएंगे। डा. जितेन्द्र जोशी ने कहा कि इस समझौते से कानून की शिक्षा और पुलिस सेवा में ट्रेनिंग के नए आयाम खुलेंगे।इस दौरान विवि के कुलपति प्रो. धर्मबुद्धि, पीटीसी के एसपी शेखर चन्द्र सुयाल, आरआई अखिलेश कुमार, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनुज कुमार राणा और लॉ कालेज की प्राचार्या प्रो. पूनम रावत उपस्थित थीं।

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