हल्द्वानी। 18 वीं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस 2024 की तैयारियों को लेकर उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 ओ. पी. एस. नेगी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में सम्मेलन की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी (यूकॉस्ट) के वैज्ञानिक व विश्वविद्यालय के अधिकारी व प्राध्यापक शामिल रहे।
ज्ञात हो कि 18 वीं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस 2024 इस वर्ष उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर हल्द्वानी में आयोजित की जा रहा है। सम्मेलन 8 और 9 फरवरी, 2024 को सम्पन्न होगा। इस वर्ष सम्मेलन की थीम ‘विश्व शांति और सद्भाव के लिए भारतीय ज्ञान विज्ञान परम्परा’ रखी गई है। कुलपति प्रो. ओ. पी. एस. नेगी ने कहा कि 2 दिन तक चलने वाला यह सम्मेलन भव्य होगा, इसमें देश-विदेश के कई विषय विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। सम्मेलन में विज्ञान की अलग-अलग विधाओं एवं नवाचार पर वैज्ञानिक चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के दौरान स्थानीय उत्पदों व स्थानीय स्तर पर किए गए नवाचार से संबंन्धित स्टॉल भी लगाए जाएंगे। साथ ही उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय का भी इसमें स्टॉल लगाया जायेगा।
यूकॉस्ट के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ0 आशुतोष मिश्रा ने कहा कि यह सम्मेलन विज्ञान के 12 विधाओं पर आधारित 12 अलग-अलग सत्रों में चलेगा, ‘विश्व शांति और सद्भाव के लिए भारतीय ज्ञान विज्ञान परम्परा’ पर 6 सत्र चलेंगे तथा एक सत्र नवाचार पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि शोध पत्र पढ़ने के लिए व सम्मेलन में प्रतिभाग करने के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 15 जनवरी,2024 रखी गई है। अब तक लगभग 350 इच्छुक प्रतिभागी नामांकन कर चुके हैं तथा 500 से अधिक प्रतिभागियों की प्रतिभाग करने की उम्मीद है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव व विज्ञान विद्याशाखा के निदेशक प्रो. पी. डी. पंत ने कहा कि सम्मेलन के सफल सम्पादन हेतु विश्वविद्यालय स्तर पर एक समिति गठित कर दी गई है। बैठक में यूकॉस्ट से डॉ0 जशवीर असवाल, डॉ0 जितेन्द्र पाण्डेय, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव प्रो. पी. डी. पंत, प्रो. जितेन्द्र पाण्डेय, डॉ. आशुतोष भट्ट, डॉ. राकेश रयाल व डॉ. विशाल शर्मा शामिल थे ।