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पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिले के थल-डीडीहाट सड़क पर सफेद घाटी में पंत्याली के पास सेंट्रो कार 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में दाफिला गांव के दो दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना का पता दूसरे दिन तब चला जब बकरी चराने गए एक ग्रामीण ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

थानाध्यक्ष अंबी राम आर्या ने बताया कि दाफिला गांव के सुरेंद्र सिंह रावत (30) और सुनील सिंह बोरा (24) शनिवार देर शाम कार से घूमने निकले थे। देर रात तक उनके नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला। रविवार सुबह 9:30 बजे बकरी चरा रहे व्यक्ति की नजर दुर्घटनाग्रस्त कार पर पड़ी। उसने अपने परिचित को फोन कर पुलिस को सूचना देने के लिए कहा। सूचना मिलने पर पुलिस टीम रेस्क्यू उपकरण लेकर घटनास्थल पर पहुंची। हादसे की सूचना पर वहां दोनों ओर वाहनों और लोगों का जमावड़ा लग गया।
उन्होंने बताया कि रस्सी के सहारे पुलिस और स्थानीय युवा गहरी खाई में उतरे, जहां सुरेंद्र सिंह रावत पुत्र आनंद सिंह रावत और उससे करीब 200 मीटर दूर सुनील सिंह बोरा पुत्र खड़क सिंह बोरा मृत पड़े थे। दोनों के शवों को टीम ने रस्सी के सहारे खड़ी चढ़ाई से सड़क तक पहुंचाया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि सुरेंद्र सिंह रावत थल में शिव फ्यूल्स पेट्रोल पंप पर कार्यरत था और उसका एक साल पहले ही विवाह हुआ था। सुनील सिंह बोरा पॉलीटेक्निक कॉलेज बांसबगड़ में द्वितीय वर्ष का छात्र था। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेड़ीनाग भेज दिया है।

 

कार दुर्घटना में दो युवकों की मौत से दाफिला गांव समेत पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है। सुनील सिंह बोरा के परिजन गहरे सदमे में हैं। उसके पिता खड़क सिंह बोरा को शोक संवेदना देने के लिए लोगों का उनके घर पर तांता लगा रहा। उसकी मां पुष्पा देवी और बहन बबीता बार-बार गश खाकर बेहोश हो जा रही हैं। दाफिला गांव के ही सुरेंद्र सिंह रावत की मौत से पिता आनंद सिंह रावत और मां डिगरी देवी सदमे में हैं। बेटे के गम में वे बेहोशी की हालत में बिस्तर पर पड़े हैं। सुरेंद्र की पत्नी का भी रो रोकर बुरा हाल है।

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