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एडिटर इन चीफ अजय अनेजा।

हल्द्वानी। उत्तराखंड में साइबर ठगों ने उन लोगों को शिकार बनाना शुरू कर दिया है जो एस्कॉर्ट सर्विस के शौकीन हैं। इंटरनेट से नंबर जुटाकर कॉल गर्ल को बुलाने वालों के बैंक खातों पर साइबर ठगों की नजर पड़ चुकी है। लोगों के व्हाट्सएप पर युवतियों के फोटो भेजना और उसके बाद रेट चार्ट भेजकर उन्हें एडवांस बुकिंग की बातों में फंसाकर उनसे राशि ऐंठते हैं। इसके अलावा व्यक्ति की फोटो चोरी कर अश्लील कंटेंट के साथ एडिट करके उन्हें ब्लैकमेल भी किया जाता है।

एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करने और रुपये ठगने का काम इन दिनोें खूब चल रहा है। उत्तराखंड में भी अब इसकी शुरुआत हो चुकी है। बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों और शहरों से पर्यटन के लिए लोग उत्तराखंड पहुंचते हैं और कई लोग एस्कॉर्ट सर्विस का प्रयोग करते हैं।

साइबर ठगों ने अब ऐसे ही लोगों को टारगेट करना शुरू कर दिया है। साथ ही सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने वाले लोगों को भी नए तरीकों से ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। वहीं साइबर ठग व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए लोगों को ‘सेक्सटॉर्शन’ का शिकार भी बना रहे हैं।पांच फोटो और पांच हजार तक का रेट चार्टएस्कॉर्ट सर्विस का नंबर लेकर कॉल करने के बाद आपके व्हाट्सएप पर चार-पांच युवतियों के फोटो भेजे जाएंगे और साथ ही एक रेट चार्ट भी भेजा जाएगा। लड़की की पसंद पूछने के साथ-साथ जालसाज समय की जानकारी भी मांगेंगे। एक घंटे के 1000 रुपये से लेकर फुल नाइट के 5500 रुपये तक का चार्ज बताया जाएगा और एडवांस बुकिंग की शर्त रखी जाती है। साथ ही जालसाजों की तरफ से एक बार कोड भी भेज दिया जाता है।

पेमेंट से किया इनकार तो किया जाएगा ब्लैकमेलगूगल से नंबर खोजने के बाद एस्कॉर्ट सर्विस के लिए फोन करके या फिर व्हाट्सएप पर मैसेज करके पूरी जानकारी लेने वाले जब एडवांस बुकिंग या फिर एस्कॉर्ट सर्विस लेने से इंकार कर दें तो उसके बाद उन्हें सेक्सटॉर्शन का शिकार भी बनाया जाता है।खुद के बनाए फर्जी एप में वायरल करते हैं फोटोएस्कॉर्ट सर्विस लेने से इनकार करने पर जालसाज आपकी व्हाट्सएप प्रोफाइल से फोटो डाउनलोड करते हैं और उसके बाद अश्लील कंटेंट (वीडियो, फोटो) में एडिट करते हैं। इसके बाद एक फर्जी एप में उस फोटो या वीडियो को अपलोड कर उसका लिंक ग्राहक को भेजते हैं। इसके बाद उसके परिजनों, परिचितों समेत अन्य लोगों को अश्लील कंटेंट भेजने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते हैं।

व्हाट्सएप कॉल के जरिये सेक्सटॉर्शन का शिकारकुछ मामले इस तरह के भी सामने आ रहे हैं कि कॉल गर्ल या फिर सोशल मीडिया पर विज्ञापन में आने वाली अश्लील साइटों के जरिये लोगों को व्हाट्सएप कॉल करके उनकी वीडियो या फोटो रिकॉर्ड करके अश्लील कंटेंट के साथ जोड़कर या खुद ही भाव भंगिमा करके आकर्षित करना और उसके बाद आपत्तिजनक वीडियो को रिकॉर्ड कर वायरल करने की धमकी देने के नाम पर व्यक्ति से जालसाज मनमानी रकम ऐंठते हैं।सतर्क रहें…. आपकी बिटिया के फोटो तो नहीं हो रहे इस्तेमालएस्कॉर्ट सर्विस एजेंट से फोन पर बातचीत के बाद जब व्हाट्सएप पर एजेंट ने लड़कियों के फोटो भेजे। उन फोटो को जब गूगल रिवर्स के जरिये देखा गया तो सभी फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लिए गए प्रतीत हो रहे हैं। साथ ही प्रत्येक लड़की के फोटो पर उनके शहरों के नाम जिनमें (दिल्ली, पुणे) समेत अन्य शहरों के नाम शामिल हैं। एस्कॉर्ट सर्विस के इस जाल में कहीं ऐसा तो नहीं कि इन युवतियों के फोटो का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।लोकलाज के चलते पुलिस तक नहीं पहुंच रहे मामलेसेक्सटॉर्शन के आधा दर्जन से भी ज्यादा मामले अभी तक पुलिस के पास पहुंच चुके हैं। इन मामलों की जांच साइबर सेल कर रहा है। वहीं एस्कॉर्ट सर्विस के कुछ मामले सामाजिक प्रतिष्ठा और बदनामी के चलते पुलिस तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। सेक्सटॉर्शन के ज्यादातर मामले हल्द्वानी के हैं। इनमें से कुछ लोग विशिष्ट सामाजिक प्रतिष्ठा वाले भी हैं।

एस्कॉर्ट सर्विस नंबर पर बातचीतरिपोर्टर – हैलो, एस्कॉर्ट सर्विस।एस्कॉर्ट सर्विस – हां बोलिए, कितने घंटे के लिए चाहिए?रिपोर्टर – फुल नाइट।एस्कॉर्ट सर्विस – फुल नाइट के लिए बुकिंग कराना पड़ेगा, पेमेंट करना पड़ेगा।रिपोर्टर – एडवांस की क्या जरूरत है? इसके लिए तो मौके पर ही रुपये दे देंगे।एस्कॉर्ट सर्विस – नहीं, आपको एडवांस देकर बुकिंग करना पड़ेगा और उसके बाद बकाया मैडम को देना।मैं आपको स्कैनर भेज रहा हूं, आप एडवांस पेमेंट कर दीजिए उसके बाद मैडम का नाम औरनंबर आपको भेज दूंगा।बातचीत दो -रिपोर्टर – हैलो, अभी आपसे मैसेज पर बात हुई थी।एस्कॉर्ट सर्विस – हां नेट स्लो है इसलिए फोटो भेजने में टाइम लग रहा है।रिपोर्टर – फोटो मिल गई हैं, क्या आपकी लोकेशन पर आना सेफ रहेगा ?एस्कॉर्ट सर्विस – कोई डरने वाली बात नहीं है, मैडम कीपैड फोन यूज करती हैं, कोई फोटो-वीडियो अलाउड नहीं है।परेशान न होइये नौ साल से धंधा कर रहे हैं, एक दिन का काम नहीं है।रिपोर्टर – फुल नाइट के पैक में हमें होटल रूम का भी पेमेंट करना पड़ेगा क्या?एस्कॉर्ट – नहीं आपको केवल 3500 रुपये ही देने हैं पहले एडवांस बुकिंग और बकाया मैडम को दीजिएगा।मैं क्यूआर कोड भेज रहा हूं आप पेमेंट कर दीजिएगा।ये रेट चार्ट भेजते हैं एस्कॉर्ट सर्विस एजेंटएक घंटा – 1000 से 1500 रुपयेदो घंटा – 2000 से 2500 रुपयेतीन घंटा – 3000 से 3500 रुपयेचार घंटे – 4000 से 4500 रुपयेफुल नाइट – 5000 से 5500 रुपयेजालसाजों का शिकार होने पर सबसे पहले ऐसा करें

1.- सबसे पहले नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल (एनसीआरपी) के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें।2- जालसाज के मोबाइल नंबर को ब्लॉक करें।3- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल होने वाले सभी एप के पासवर्ड तुरंत बदल दें।4- फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य एप पर किसी भी अंजान की रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें। साथ ही फ्रेंड लिस्ट लॉक करें।5- ऑनलाइन शिकायत करने के साथ तुरंत नजदीकी साइबर थाने या सिविल थाने में पहुंचकर लिखित शिकायत दें।6- बिना डरे पुलिस से पूरी जानकारी साझा करें, आपकी शिकायत को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा।————–व्हाट्सएप कॉल पर वीडियो रिकॉर्ड कर ब्लैकमेलिंग के मामले तो सामने आए हैं जिनकी जांच चल रही है लेकिन एस्कॉर्ट सर्विस के माध्यम से जालसाजी या ब्लैकमेलिंग की शिकायत अभी तक पुलिस के पास नहीं पहुंची है। धोखाधड़ी का शिकार लोग पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं, उनकी पूरी मदद कर अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा। पीड़ितों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।-डॉ. नीलेश आनंद भरणे, डीआईजी कुमाऊं।———साइबर ठग नित नये तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे में लोगों की जागरूकता उनका सबसे बड़ा बचाव है। इसके बाद भी अगर कोई व्यक्ति साइबर ठगों का शिकार बनता है तो बिना किसी झिझक के पुलिस को बताएं। पीड़ित व्यक्ति 1930 पर कॉल करके भी शिकायत दर्ज करा सकता है। पुलिस शिकायत मिलते ही तत्काल कार्रवाई अमल में लाएगी।-नितिन लोहानी, सीओ स्पेशल ऑपरेशन।

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