एडिटर इन चीफ अजय अनेजा
उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसी क्रम में विजिलेंस ने हरिद्वार तहसील में छापेमारी कर रजिस्टार कानूनगो को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया हैं, वह दाखिल खारिज के नाम पर 2800 रुपये की रिश्वत वसूल रहा था। विजिलेंस की कार्रवाई से तहसील में हड़कंप मच गया। विजिलेंस की टीम ने शनिवार को हरिद्वार तहसील में प्लॉट की दाखिल खारिज के नाम पर 2800 की रिश्वत लेते हुए रजिस्ट्रार कानूनगो राजेश कुमार मारवाह को गिरफ्तार किया है।
टीम ने कई घंटे की पूछताछ के बाद आरोपित के ज्वालापुर स्थित आवास पर छापेमारी कर दस्तावेज खंगाले तथा टीम आरोपित को देहरादून ले गई है।प्राप्त समाचार के मुताबिक 18 अक्तूबर को हरिद्वार निवासी संजय सिंह ने विजिलेंस मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराते हुवे बताया कि उसने पत्नी के नाम एक भूखंड खरीदने के बाद दाखिल खारिज के लिए हरिद्वार तहसील में आवेदन किया। लेकिन रजिस्ट्रार कानूनगो राजेश मारवाह दाखिल खारिज करने के नाम पर रिश्वत मांग रहा है।शिकायत के बाद विजिलेंस के अधिकारियों ने जांच की तो मामला सही निकला। शनिवार को एसपी विजिलेंस रेणू लोहानी के निर्देश पर सीओ सुरेंद्र सिंह सामंत की अगुवाई में टीम का गठन कर तहसील में रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में छापा मारा। जहां रजिस्ट्रार कानूनगो राजेश कुमार मारवाह को 2800 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। विजिलेंस ने आरोपी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई शुरू कर दी है।