

हल्द्वानी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की है कि राज्य के प्रत्येक जिले में उच्च एवं रोजगार परक शिक्षा के समग्र विकास और प्रचार -प्रसार के लिए विशेष केंद्र खोले जायेंगे, जिनका समन्वय उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय करेगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी ने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल राज्य के युवाओं को विशेष रूप से बालिकाओं, महिलाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ने और राज्य की आकांक्षाओं के अनुरूप कौशल विकसित करने के साथ साथ दूरस्थ इलाकों तक गुणवत्तापूर्ण रोजगारपरक शिक्षा पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगी।
कुलपति प्रो. लोहनी ने बताया कि यह सुविधा विशेषकर उन लोगों के सपनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण साबित होगी जो अपने बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर या नजदीकी शहरों तक भेज पाने में असमर्थ हैँ।
प्रो. लोहनी ने कहा कि पर्यटन, डिजीटल मार्केटिंग, हिमालयी अध्ययन, ए आई, आपदा प्रबंधन, हस्तकला और विरासत अध्ययन संरक्षण जैसे नए रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को विकसित कर, राज्य के मानव संसाधन को कौशलपरक शिक्षा उपलब्ध कराना विश्वविद्यालय का पहला लक्ष्य है, ताकि उत्तराखंड का युवा आज की मांग के अनुसार अपने को तैयार कर सके।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के माध्यम से उच्च शिक्षा को भारतीय सेना से जोड़ने के लिए इसी माह बंगाल इंजीनियर्स रेजिमेंट में विशेष अध्ययन केंद्र से संबंधी एमओयू पर हस्ताक्षर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय चाहता है कि राज्य व देश के हर वर्ग से जुड़कर हर इच्छुक व्यक्ति तक उच्च शिक्षा व रोजगारपरक परक शिक्षा पहुंचाइ जाय, जिसे राज्य सरकार के निर्देशन और सहयोग से पूरा किया जायेगा।
विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय सेवा निदेशालय के निदेशक प्रो गिरिजा पाण्डेय, कुसचिव डॉ. खेमराज भट्ट, वित्त नियंत्रक एस पी सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ. सोमेश कुमार, प्रचार- प्रसार प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रो. राकेश चंद्र रयाल आदि समस्त अधिकारियों, शिक्षकों व कार्मिकों ने इस जिम्मेदारी पर हर्ष जताते हुए राज्य सरकार का आभार जताया।


