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काशीपुर। पूछताछ के लिए चौकी में बैठाए गए एक युवक की छोड़े जाने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस कर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए पुलिस चौकी पहुंचकर जमकर हंगामा काटा। इंस्पेक्टर ने आरोपों से इंकार करते हुए पैनल से पोस्टमार्टम कराने की बात कही। समझाने पर लोग शांत होकर लौट गए।

गांव गढ़ीनेगी निवासी 22 वर्षीय सुंदर सिंह पुत्र हरपाल सिंह पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेश लोहिया के यहां काम करता था। वह कुछ समय से अस्वस्थ चल रहा था। शनिवार तड़के करीब पांच बजे वह गढ़िनेगी पुलिस चौकी के सामने से गुजर रहा था। चौकी के रसोइया ने संदिग्ध समझकर उसे चौकी पर बैठा लिया। सुबह करीब 9 बजे चौकी पहुंचे दरोगा होशियार सिंह ने पूछताछ के बाद उसे परिजनों को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया। घर पहुंचने पर दोपहर करीब 03 बजे उसकी मौत हो गई।
शाम तक मामला शांत रहा। रात करीब 10 बजे परिजनों ने पुलिस पर सुंदर की पिटाई करने का आरोप लगाते हुए चौकी का घेराव कर दिया। सूचना पर गढ़िनेगी व जसपुर से भी कई भाजपा नेता पहुंच गए। स्थिति को देखते हुए कुंडा थाने से भी फोर्स मंगा ली गई। कुंडा थानाध्यक्ष विक्रम राठौर का कहना था कि सुंदर की बीमारी के कारण स्वाभाविक मौत हुई है। उसके साथ चौकी में किसी तरह की मारपीट नही ंहुई। एसओ ने शव का पोस्टमार्टम डॉक्टर्स के पैनल से कराने की बात कही, लेकिन परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने को राजी नहीं हुए। पुलिस के समझाने पर लोग बगैर किसी कार्रवाई के लौट गए। वहां भाजपा नेता शीतल जोशी, सुरेश लोहिया, कुनाल ढींगरा, सचिन बाठला, विजय मक्कड़ आदि थे।

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