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हल्द्वानी। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज प्रभाकर और उनके बेटे के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा लखनऊ के एक होलसेल कारोबारी ने दर्ज कराया है।

पुलिस को दी तहरीर में लखनऊ के चौक निवासी कारोबारी नीरज कुमार शुक्ल ने बताया कि उनकी रकाबगंज में एनएस सेल्स नाम से फर्म है। एक जुलाई 2017 को उन्होंने मनोज प्रभाकर की कंपनी नेचुरेंस रिसर्च लैब प्राइवेट लिमिटेड एवं नेचुरेंस हर्बल कंपनी के साथ सुपर डिस्ट्रीब्यूटरशिप का एग्रीमेंट किया था। बतौर कंपनी निदेशक मनोज प्रभाकर ने उन्हें पूर्वी एवं मध्य यूपी का डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त किया था। इसके बाद कंपनी के उत्पाद उन्हें होलसेल में बेचे गए। नीरज ने तहरीर में कहा है कि इसका पूरा भुगतान भी उन्होंने कर दिया, लेकिन इसके बाद ही निदेशक ने बिना सूचना दिए कंपनी बंद कर दी। बताया कि वर्तमान में उनके पास नेचुरेंस हर्बल के 3,21,601 रुपये के, नेचुरेंस रिसर्च लैब प्राइवेट लिमिटेड के 2,78,938 रुपये के और मार्केट रिप्लेसमेंट के 1,53,920 रुपये के उत्पाद डंप पड़े हैं। वहीं मार्केट में उधारी भी 3,90,227 रुपये हो गई हैै। जब उन्होंने कंपनी निदेशक मनोज और उनके बेटे रोहन से संपर्क करने की कोशिश की तो कोई जवाब नहीं मिला। वहीं, सीओ नितिन लोहनी ने बताया कि मामले में धोखाधड़ी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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