नैनीताल /हल्द्वानी- 4 सितंबर से कुमाऊं में 15 हज़ार से अधिक टैक्सी के पहिए अनिश्चितकाल के लिए थम सकते हैं, जिसका बड़ा असर कुमाऊं मंडल में लोगों की आवाजाही पर पड़ सकता है। 2017 में नैनीताल हाई कोर्ट द्वारा उत्तराखंड राज्य के सभी टैक्सी वाहनों को नैनीताल शहर में प्रवेश प्रतिबंध किए जाने के बाद महासंघ टैक्सी यूनियन 4 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रही है, टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार टैक्सी चालकों की तरफ से हाईकोर्ट में कोई पैरवी नहीं कर रही है, हकीकत तो यह है की टेक्सी चालकों ने सरकार की विभिन्न योजनाओं से टैक्सी खरीदने के लिए ऋण लिया और अब उन्हीं की टैक्सी को नैनीताल शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।
कुमाऊं मंडल का सारा पर्यटन नैनीताल पर निर्भर है, नैनीताल ना जाने की स्थिति में उनका सारा कारोबार प्रभावित हो रहा है और उनके आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है, लिहाजा अब रोजी-रोटी के संकट को देखते हुए टैक्सी चालको ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है, टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार उनकी तरफ से नैनीताल हाई कोर्ट में पैरवी करें और बीच का कोई रास्ता निकाले जिससे उत्तराखंड की टेक्सी भी नेनीताल में प्रवेश कर सके और उनका कारोबार ठीक से चल सके।