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उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय एवं आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार रात को मूसलाधार बारिश के कारण वरुणावत पर्वत से एक बार फिर भूस्खलन शुरू हो गया। पत्थर और बोल्डर गिरने लगे। वरुणावत पर्वत से सटे गोफियारा इलाके में एकाएक पत्थर और मलबा आने से लोग दहशत में आ गए। मूसलाधार बारिश से ज्ञानसू गाड़ और मैणा गाड़ भी उफान पर आ गए। इससे गंगोत्री हाईवे पर आवागमन बाधित हो गया।

प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिगत गोफियारा क्षेत्र से कई घरों से लोगों को खाली कराया। इन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के साथ ही लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। पहाड़ी से आए मलबे को देखते हुए गोफियारा भटवाड़ी रोड से सटी आवासीय क्षेत्र के लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। इन्हें कलक्ट्रेट, रामलीला मैदान, तिलोथ आवासीय कालॉनी में शिफ्ट किया जा रहा है।

मंगलवार देर शाम से जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही थी। दो से तीन घंटे तक हुई बारिश के चलते वरुणावत पहाड़ी से गोफियारा आवासीय क्षेत्र में पत्थर गिरने लगे। वहीं गदेरा भी उफान पर आ गया। इससे नाले के किनारे खड़े वाहन भी मलबे में दब गए। लोगों में भय का माहौल है।
गोफियारा में भूस्खलन के साथ ही ज्ञानसू और मैणा गाड़ में भी वरुणावत पर्वत से भारी मलबा आने के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया। भटवाड़ी रोड से लेकर गोफियारा तक करीब आधा किमी के क्षेत्र में लोगों को अलर्ट किया गया है। हालांकि जेसीबी की मदद से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग से मलबा हटाया गया, ताकि वाहनों की आवाजाही हो सके।
उत्तरकाशी में आधी रात आई आपदा पर जिला प्रशासन सतर्क हुआ। डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। डीएम बिष्ट ने बताया कि जिले में अभी तक कहीं से जनहानि की सूचना नहीं है। डीएम ने बताया कि एसडीआएफ और प्रशासन की टीमों को गोफियारा क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य में तैनात कर दिया गया है।
रात में वरुणावत पर्वत से रुक-रुककर पत्थर गिरने के कारण लोग घरों से बाहर निकल आए। सड़क पर खड़े वाहन मलबे में दबने से लोग डर गए। शहर में खतरे का सायरन बजाकर लोगों को अलर्ट किया गया। हल्ला मचाकर और लोग एक-दूसरे को अलर्ट करते रहे। खतरे की आशंका के चलते लोग रातभर दहशत में रहे।

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