ख़बर शेयर करें -

बेंगलुरु। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्नाटक में कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि के मद्देनजर स्कूली बच्चों के लिए दिशानिर्देश लागू करने पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, विभाग स्कूलों की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और जनवरी के पहले सप्ताह में दिशानिर्देश लागू करने पर विचार कर रहा है। विशेषज्ञों ने कर्नाटक में जनवरी के पहले और दूसरे सप्ताह में मामलों की संख्या चरम पर होने की भविष्यवाणी की है।

अधिकारी स्कूलों में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य करने पर विचार कर रहे हैं। वे अन्य उपायों के अलावा प्रार्थना के दौरान सामाजिक दूरी, बैठने की व्यवस्था और स्कूल परिसर को साफ करने पर भी विचार कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि अधिकारी संख्या पर कड़ी नजर रख रहे हैं और नए साल और क्रिसमस समारोह के बाद स्थिति का आकलन कर रहे हैं। वे स्थिति और ताज़ा कोविड मामलों की संख्या का विश्लेषण करने के बाद आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेंगे। कर्नाटक के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में कोविड के 23 नए सकारात्मक मामले सामने आए हैं, इनमें से एक दक्षिण कन्नड़ और बेंगलुरु ग्रामीण जिलों से है, इससे राज्य में कुल मामले 25 हो गए हैं।

बेंगलुरु ग्रामीण डीसी डॉ. एन. शिवशंकर ने शुक्रवार को देवनहल्ली तालुक के नल्लूर के एक बच्चे में कोविड संक्रमण की पुष्टि की। बच्चे को पहले बुखार और सर्दी के कारण स्पर्श मक्कल धाम में भर्ती कराया गया था। बच्चे को अब अलग कर दिया गया है और तालुक अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है।

विभाग ने कहा कि कुल सक्रिय रोगियों की संख्या 92 से बढक़र 105 हो गई है। इनमें से 85 घर पर अलग-थलग हैं, जबकि 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नौ का इलाज आईसीयू में किया जा रहा है। सकारात्मकता दर घटकर 1.6 प्रति हो गई है। एक अधिकारी ने कहा, बुधवार को यह 2.47 प्रतिशत था। मामले में मृत्यु दर शून्य प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में 2,263 कोविड परीक्षण किए गए। इनमें से 1,791 आरटी-पीसीआर और 472 आरएटी थे। 11 लोगों को डिस्चार्ज किया गया।

You cannot copy content of this page