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काशीपुर। तहसील में आज विजिलेंस ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों पकड़ा है। पटवारी ने आय प्रमाण पत्र के एवज में सात हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। उधर विजिलेंस के छापे के बाद तहसील में मौजूद वकीलों ने हंगामा करते हुए पटवारी को निर्दोष बताया। काफी देर तक पुलिस और वकीलों के बीच बहस चलती रही। उधर बंद कमरे में विजिलेंस अपनी कार्रवाई करती रही।

बरखेड़ा गांव निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि काशीपुर तहसील में आय प्रमाण पत्र के लिए सात हजार की रिश्वत लेते पटवारी धर्मेंद्र ने मांगी थी। जिस पर विजिलेंस के सीओ अनिल सिंह मनराल ने अपनी टीम के साथ पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा। इस कार्रवाई के बाद तहसील में वकीलों ने काफी देर तक पुलिस के साथ बहसबाजी की। समाचार लिखे जाने तक विजिलेंस की कार्रवाई जारी थी और पुलिस आक्रोशित वकीलों को समझा बुझा रही थी। वकीलों का कहना था कि पटवारी को बेवजह इस मामले में फंसाया जा रहा है। उधर आरोपी पटवारी भी खुद को निर्दोष बता रहा है।

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