

देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय अवैध असलहों के सप्लायर की तलाश में उत्तराखण्ड एसटीएफ एवं महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच की देहरादून मे की गयी संयुक्त छापेमारी मे एक अभियुक्त थाना क्लेमन्टाउन क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पकड़ा गया बदमाश अतर्राष्ट्रीय वन तस्करो के गैंग को सप्लाई अवैध असलहे करता था। पूर्व मे भी दिल्ली से 2000 अवैध कारतूस बरामदगी के मामले में जेल जा चुका है। वह ऑनलाइन बुकिंग लेकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट व कुरियर के माध्यम से महाराष्ट्र के गैंग तक अवैध असलहे व कारतूस सप्लाई करता था। तीन दिन पहले महाराष्ट्र मे वन्य जीवों के शिकारी गैंग के सदस्यो से भारी मात्रा मे अवैध असलहे व कारतूस बरामद किए गए थे। उत्तराखण्ड एसटीएफ पकड़े गए शातिर बदमाश की कुण्डली खंगाल रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा अपनी सभी टीमों को उत्तराखण्ड़ मे निवास कर रहे बाहरी वांछित बदमाशों ,गैंगस्टर पर कड़ी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है ।
जिसके अनुक्रम में 02-07-2025 को एसटीएफ उत्तराखंड को महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच पुलिस ने सूचना दी कि जनपद यवतमाल महाराष्ट्र के थाना यवतमाल में धारा 3(25), 4(25), 5(27) आर्म्स एक्ट , 135 महाराष्ट्र पुलिस एक्ट पंजीकृत किया था, जिसमे दो शातिर वन्य जीव तस्करो की गिरफ्तारी की गई थी जिनसे एक- 22 कैलीबर की राइफल, एक -177 कैलीबर एयर गन, एक- डबल बोर पोट गन, एक -32 रिवाल्वर, एक- क्रॉसबो हंटिंग ट्रेजर ट्रिगर गार्ड के साथ , 05- कारतूस 12 बोर, 50- जिन्दा कारतूस , 85- जिंदा कारतूस, 0.22 कैलिबर के 90 जिंदा कारतूस, CARTS -5AO.22 IN RINFIRE लॉन्ग राइफल बॉल इंडियन गोला बारूद , स्टील और तांबे के 30 जिंदा कारतूस , 30 जिंदा कारतूस , एक- मिलिट्री रंग की बुलेट प्रूफ जैकेट बरामद हुए थे । सम्बन्धित अभियुक्तो से भारी मात्रा मे बरामद हुए अवैध असलहो के सम्बन्ध मे पूछताछ से पता चला कि इस गैंग को ये सारे असलहे देहरादून के रहने वाले उनके गैंग के सदस्य कामरान अहमद द्वारा उपलब्ध कराए गए थे साथ ही पता चला कि इन असलहो का प्रयोग वन्य जीवों की शिकार करने के लिए प्रयोग किया जाता था।
इस सूचना को महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच द्वारा उत्तराखण्ड एसटीएफ से साझा किया गया । इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एक टीम का गठन कर त्वरित कार्यावाही हेतु निर्देशित किया गया । जिस पर उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा देहरादून मे कामरान अहमद की तस्दीक कर जानकारी एकत्रित की गई पता चला कि अभियुक्त कामरान अहमद अंतर्राष्ट्रीय आर्म्स डीलर गैंग का सदस्य है जो एक शातिर किस्म का अपराधी है। वह पूर्व मे अपने गैंग के सदस्यों के साथ 2000 (दो हजार अवैध कारतूस) बरामदी मे आर्म्स एक्ट मे वर्ष 2022 मे दिल्ली के प्रतापगंज इंडस्ट्रियल एरिया पुलिस थाने से जेल जा चुका है । दो जुलाई को महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच के साथ उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा वांछित अभियुक्त कामरान अहमद पुत्र नईम अहमद निवासी बी-2/118 यमुना विहार दिल्ली हाल निवासी केशवकुंज देहरादून, उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया । कामरान अहमद से पूछताछ मे उसके अन्य देशों मे आने-जाने की जानकारी के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है जिन पर एसटीएफ आगे कार्यावाही की योजना बना रही है ।
गिरफ्तार अभियुक्त कामरान अहमद पुत्र नईम अहमद निवासी बी-2/118 यमुना विहार दिल्ली हाल निवासी केशवकुंज लेन न0 13सी टर्नर रोड़ थाना क्लेम्नटाउन देहरादून, उत्तराखंड । उम्र- 30 वर्ष का है। उसे केशवकुंज लेन न0 13सी टर्नर रोड़, थाना क्लेम्नटाउन देहरादून, उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस टीम, एसटीएफ उत्तराखण्ड व टीम महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच में निरीक्षक नन्द किशोर भट्ट, एपीआई पवन राठोड़,उपनिरीक्षक विद्या दत्त जोशी, एएसआई योगेश गटलेवार, हेड कांस्टेबल सुधीर केसला, अजय डोले, कांस्टेबल प्रमोद कुमार, हेड कांस्टेबल देवेन्द्र नेगी, कांस्टेबल कादर खान, कांस्टेबल शैलेश भट्ट शामिल थे।





