

रुड़की। आर्मी इंटेलिजेंस रुड़की व लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू-पुलिस) की टीम ने सैन्य क्षेत्र से एक संदिग्ध को पकड़ा। उसके कब्जे से सेना की वर्दी, नेम प्लेट, बूट, आर्मी कार्ड के साथ 18 डेबिट कार्ड भी मिले हैं। आरोप है कि वह आर्मी के फर्जी पहचान पत्र के जरिए सैन्य क्षेत्र में प्रवेश करने की फिराक में था। संयुक्त टीम ने पूछताछ के बाद देर शाम आरोपी को सिविल लाइन कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया।
पुलिस के अनुसार, आर्मी इंटेलिजेंस और एलआईयू को सूचना मिली कि कैंट क्षेत्र में एक युवक घूम रहा है जिसकी गतिविधियां संदिग्ध हैं। इस पर संयुक्त टीम ने तत्परता दिखाते हुए उसे एमईएस के पास धरदबोचा। पूछताछ में उसकी पहुचान 28 वर्षीय सुरेंद्र निवासी शिखर, राजस्थान के रूप में हुई। वह कुछ माह से रुड़की के आदर्श नगर में किराये पर रह रहा था। पूछताछ के बाद टीम ने उसे पुलिस को सौंप दिया।
एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने बताया कि आरोपी के पास आर्मी की वर्दी, नेम प्लेट, बूट और 18 डेबिट कार्ड मिले। साथ ही लोकल डिवीजन क्लर्क से संबंधित कुछ फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी उससे बरामद हुए हैं। सुयाल ने बताया कि प्रथमदृष्टया सामने आया कि आरोपी खुद को सेना का जवान बताते हुए सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों को ठगता था। इस संबंध में उससे पूछताछ जारी है। उसके खिलाफ सैन्य क्षेत्र में घुसने, फर्जी दस्तावेज बनाने व फौजी दस्तावेजों को सरकारी कार्यों में उपयोग करने की कोशिश संबंधी धाराओं में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
उधर, सेना के एक स्टाफ ने बताया कि आरोपी कैंट व सैन्य क्षेत्र में अपनी फोटो खींचकर दूसरों को दिखाता था और अपने को सेना में कार्यरत बताता था। आरोपी के पास कई और भी फर्जी दस्तावेज मिले हैं, उनकी जांच पड़ताल की जा रही है।


