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रुद्रपुर। अल्मोड़ा मूल की प्राइमरी शिक्षिका सुषमा पंत का अपने ही घर में अधजली अवस्था में शव मिलने के मामले में तीन दिन बाद भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। कौशल्या एनक्लेव फेस-2 सोसाइटी के अध्यक्ष की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने शिक्षिका के केयर टेकर और उनकी मेड के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।

सोसायटी के अध्यक्ष सुरेंद्र पाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि मूल रूप से अल्मोड़ा निवासी सुषमा पंत पिछले आठ साल से सोसायटी में रह रही थीं। बीते शनिवार सुबह सुषमा उनके घर पहुंचीं और बताया कि केयरटेकर आजमगढ़ यूपी निवासी अजय मिश्रा उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है। आरोप लगाया कि अजय नशीली दवा देकर उन्हें पागल करने की कोशिश कर रहा है और उसकी मदद मेड विमला वाल्मीकि भी कर रही है। सुषमा ने अध्यक्ष से दोनों को घर से निकालने की गुहार लगाई थी। रविवार को भी सुषमा उनके घर आईं और मारपीट किए जाने की बात बताई। अध्यक्ष ने जब पड़ोसियों से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि सुषमा के घर से अक्सर चीखने-चिल्लाने की आवाजें आती हैं। अध्यक्ष के अनुसार, वह कोई कदम उठाते इससे पहले ही सुषमा की अधजली लाश मिलने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे तो घर में ताला लगा था। लोगों ने जब ताला खोलने को कहा तो अजय मिश्रा ने कहा कि सुषमा जलकर मर गई है, अब ताला खोलने से कुछ नहीं होगा।
ऊधमसिंहनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने कहा कि प्रारंभिक जांच में केयरटेकर और मेड द्वारा शिक्षिका सुषमा को प्रताड़ित करने की बात सामने आई है। दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। केयर टेकर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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