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चंपावत। चंपावत के लोहाघाट के सुई पऊ गांव निवासी एक पिता की बेटी के हाथ पीले करने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। शनिवार को मेहंदी के दिन तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लाते वक्त पिता की मौत हो गई। लेकिन बेटी की शादी के चलते उसे अस्पताल ले जाने वाले रिश्तेदारों ने मौत की खबर किसी को नहीं लगने दी। घर पर बताते रहे कि मरीज आईसीयू में भर्ती है। रविवार को बेटी की डोली उठने के बाद पिता का पार्थिव शरीर घर लाया गया। इधर, सोमवार को रामेश्वर घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया।

विकासखंड लोहाघाट के सुंई पऊ गांव में रविवार शाम बेटी की डोली उठने के बाद पिता की अर्थी घर पहुंची। ग्राम सभा सुंई पऊ के सिमला तोक निवासी 53 वर्षीय दीपक चंद्र जोशी पुत्र भवानी दत्त की सबसे छोटी बेटी सुनीता की बारात रविवार को पाटी के देवीधुरा से आनी थी। पिता दीपक का स्वास्थ्य खराब होने के कारण परिजन मेहंदी वाले दिन शनिवार रात को ही उन्हें लोहाघाट अस्पताल लाए। रविवार को स्थिति खराब होने की बात कह यहां से दीपक को हायर सेंटर भेजा। पूर्व जिपं सदस्य सचिन जोशी ने बताया कि चम्पावत लाते वक्त दुल्हन के पिता दीपक ने दम तोड़ दिया। बताया कि कन्यादान दुल्हन के ताऊ प्रकाश चंद्र जोशी ने किया। उन्होंने कहा कि शादी की रश्मों में विदाई तक कोई खलल न हो, इसी कारण बारात विदा होने के बाद दीपक का शव घर पर लाया गया। शादी की खुशियों के बीच घर में अचानक मातम पसर गया। मृतक दीपक की तीन बेटियां और दो बेटे हैं। मृतक का अंतिम संस्कार सोमवार को रामेश्वर घाट में किया गया।