रुद्रपुर। उत्तराखण्ड एसटीएफ व कोतवाली रुद्रपुर पुलिस के ज्वाइंट ऑप्रेशन में 50000 रुपए का ईनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। एसएसपी एसटीएफ की रणनीति के तहत हत्यारोपी शातिर अपराधी की गिरफ्तारी बिहार के जनपद शेखपुरा क्षेत्र से की गई है जोकि विगत 10 वर्षों से फरार चल रहा था। अपराध करने के उपरान्त बिहार के शेखपुरा में जाकर छिप गया था।
गिरफ्तार ईनामी द्वारा वर्ष 2014 में रुद्रपुर के संजयनगर खेड़ा निवासी
एक महिला की हत्या कर उसके शव को प्लास्टिक की टंकी के अन्दर छुपा दिया गया था। जिसपर मृतका की माँ के द्वारा रुद्रपुर कोतवाली में हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।
उत्तराखंड राज्य के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा राज्य के इनामी अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे गिरफ्तारी अभियान के तहत एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर द्वारा धर-पकड़ के आदेश अपनी टीमों को दे रखे हैं, इसी क्रम में सीओ एसटीएफ आरबी चमोला के दिशा-निर्देशन में कल 10-11-24 को उत्तराखण्ड एसटीएफ व रुद्रपुर कोतवाली पुलिस द्वारा एक ज्वाइंट ऑपरेशन में थाना रुद्रपुर के 50000 रुपए के ईनामी अपराधी अरविन्द यादव पुत्र कैलाश यादव निवासी हनुमानगंज थाना अरियारी जनपद शेखपुरा बिहार के अरियरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी के ऊपर कोतवाली रुद्रपुर में 09 अगस्त 2014 को हत्या का मुकदमा दर्ज है जिसपर अभियुक्त पिछले करीब 10 वर्षों से फरार चल रहा था। ईनाम घोषित होने के बाद से वह बिहार, हैदराबाद, गुजरात व मुंबई में छिपकर रहा था एसटीएफ की इस कार्यवाही में मुख्यआरक्षी रियाज अख्तर की विशेष भूमिका रही।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर द्वारा बताया गया कि उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा पिछले कई दिनों से उक्त ईनामी अपराधी की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किये जा रहे थे परन्तु ईनामी बार-बार अपनी लोकेशन चेंज कर रहा था और मोबाइल नम्बर भी बदल रहा था। लेकिन पिछले कई दिनों से उसकी लोकेशन बिहार के शेखपुरा जिले में आने पर एक टीम गिरफ्तारी हेतु बिहार के लिए रवाना की गयी थी टीम द्वारा कल इस ईनामी अपराधी को शेखपुरा जिले के अरियारी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया और उसे ट्रांजिट रिमांड के जरिये लाकर कोतवाली रुद्रपुर में दाखिल किया गया है। गिरफ्तार अपराधी द्वारा वर्ष 2014 को रुद्रपुर निवासी एक महिला की गला दबाकर हत्या कर दी गयी थी और उसके शव को एक प्लास्टक की टंकी में छिपाकर फरार हो गया था तब से लगातार पुलिस की आँखों में धूल झोकता रहा था। पकड़े जाने के डर से वह बिहार से भागकर गुजरात, हैदराबाद व मुंबई में छिपकर रह रहा था और कभी कभार रात-बेरात अपने घऱ आता था जिसपर मुकदमा कोतवाली रुद्रपुर में पंजीकृत है। उक्त मामले की विवेचना रुद्रपुर कोतवाली द्वारा की गयी थी लेकिन अभियुक्त हाथ नही आया था पुलिस द्वारा उसके घर की कुर्की कर उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। हत्यारोपी अपना नाम बदलकर गौरव रखकर एक राज्य से दूसरे राज्यों में छिपता फिर रहा था। जिसपर 30दिसम्बर,2017 को ईनाम घोषित किया गया था । उत्तराखण्ड एसटीएफ का ईनामी अपराधियों के खिलाफ गिरफ्तारी अभियान जारी है।
एसटीएफ उत्तराखण्ड टीम में निरीक्षक एमपी सिंह, उपनिरीक्षक केजी मठपाल, मुख्य आरक्षी रियाज अख्तर, मुख्य आरक्षी रविन्द्र बिष्ट,
मुख्य आरक्षी चालक संजय कुमार
मुख्य आरक्षी सुरेन्द्र कनवाल,
कोतवाली रुद्रपुर टीम के प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी, उपनिरीक्षक मोहन चन्द्र जोशी, कांस्टेबल ललित मोहन शामिल थे।