हल्द्वानी। उत्तर प्रदेश पुलिस की फर्जी वर्दी धारण करने वाले शातिर को काठगोदाम पुलिस ने गिरफ्तार कर किया है। इस फर्जी पुलिस वाले के संबंध में बीते दिवस पांच जनवरी को थाना काठगोदाम में एक व्यक्ति द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी धारण कर एक घर में घुसने का मामला सामने आया था। जिसमें उसने घर के मालिक और उनके परिवार के सदस्यों के साथ गाली-गलौच की और जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस के मुताबिक कैलाश चन्द्र पाण्डे, निवासी कृष्णा बिहार कालोनी, काठगोदाम ने शिकायत दी कि एक व्यक्ति पिछले एक वर्ष से उनके मकान में रात के समय आता-जाता रहा है। 05.01.2025 को उसी व्यक्ति ने उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी पहनकर उनके घर में घुसने का प्रयास किया। मना करने पर वादी, उसकी पत्नी व पड़ोसी के साथ गाली गलौच, बदतमीजी और जान से मारने की धमकी दी। एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही व गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया। मामले में प्रकाश चंद्र एसपी हल्द्वानी, नितिन लोहनी पुलिस उपाधीक्षक हल्द्वानी के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष काठगोदाम दीपक बिष्ट के नेतृत्व में उपनिरीक्षक कृपाल सिह दौराने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कांस्टेबल की वर्दी धारण की थी, और वर्दी का रौब दिखाने लगा। आरोपी का नाम संजय कुमार पुत्र कली राम निवासी मायापुर, रूपपुर, मिर्जापुर, सहारनपुर उ0प्र0 का निवासी है।
काठगोदाम पुलिस द्वारा फर्जी पुलिस से उसके पुलिस प्रशिक्षण स्थल, प्रशिक्षण अवधि, वर्तमान पोस्टिंग आदि की जानकारी ली गई तो संजय कुमार के हाथ पांव फूल गए और हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा।
संजय कुमार ने पुलिस से संबंधित जानकारी मांगने पर अपने झूठे दावों को स्वीकार किया और बताया कि वह एक एजेंसी में काम करता है।
जांच में यह भी पता चला कि आरोपी के पास जो वर्दी और परिचय पत्र था, वह पूरी तरह से फर्जी था। मिर्जापुर थानाध्यक्ष से संपर्क करने पर यह पुष्टि हुई कि संजय कुमार का पुलिस से कोई संबंध नहीं है। संजय कुमार के खिलाफ कूटरचित वर्दी और पहचान पत्र रखने, पुलिस के नाम पर धोखाधड़ी करने, और धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार कर थाना काठगोदाम में FIR NO- 04/2025 धारा- 204/319(2)/336(3)/351(2)/352 BNS पंजीकृत किया गया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष काठगोदाम दीपक सिंह बिष्ट, उप निरीक्षक कृपाल सिंह, हेड कांस्टेबल प्रताप गढ़िया, श्याम सिंह राणा शामिल थे।