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देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। गत वर्ष डोईवाला में हुई डकैती में शामिल दो लाख रूपये के ईनामी मुख्य कुख्यात डकैत को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार किया गया है। पिछले दो महीनों से उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा देशभर में कई जगहों पर इस अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की कार्यवाही की जा रही थी।
एसटीएफ के मुताबिक वर्ष 2022 में जनपद देहरादून के थाना डोईवाला से डकैती के जघन्य एवं सनसनीखेज अभियोग में फरार दो लाख रूपये के ईनामी अभियुक्त परवेज उर्फ बाबा की मेरठ से गिरफ्तारी हुई। शातिर व इनामी अपराधियों की शतप्रतिशत गिरफ्तारी हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अभिनव कुमार द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में उत्तराखंड एसटीएफ को एक और बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। इस क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया कि जनपद देहरादून के थाना डोईवाला में धारा 395,412,120बी, 34 भादवि में पंजीकृत मुकदमे में दो लाख रूपये के ईनामी अभियुक्ता परवेज उर्फ बाबा को 06 जनवरी 2024 को जनपद मेरठ से गिरफ्तार किया गया, इसके विरूद्ध उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड एवं दिल्ली के विभिन्न थानों में दो दर्जन से अधिक अभियोग पंजीकृत है। गिरफ्तार अभियुक्त परवेज उर्फ बाबा एक दुर्दान्त व कुख्यात अपराधी है, जिसके विरूद्ध अब तक डकैती, लुट चोरी व हत्या के प्रयास के करीब दो दर्जन अभियोग पंजीकृत है। थाना डोईवाला में घटित डकैती की घटना में शामिल यह अपराधी मुख्य भूमिका में था। इसकी गिरफ्तारी हेतु घटना के उपरान्त काफी प्रयास किये गये ये परन्तु कामयाबी हासिल नहीं हो पायी थी, जिस कारण से इस अपराधी की गिरफ्तारी हेतु पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड द्वारा 02 लाख रूपये ईनाम की घोषणा की गयी थी। इस बदमाश को गिरफ्तार करने के लिये उत्तराखण्ड पुलिस के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा आदि राज्यों की पुलिस व एसटीएफ भी काफी समय से प्रयासरत् थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा इस मामले में आगे और जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 15 अक्टूबर 2022 को वादी शीशपाल अग्रवाल पुत्र स्व० पूरनचन्द अग्रवाल निवासी घराट रोड गली थाना डोईवाला देहरादून, के घर में दोपहर के समय 12.00 बजे करीब अज्ञात अभियुक्त गणो द्वारा घर में घुसकर हथियारों के बल पर वादी के घर के सदस्यों को कमरे मे बन्धक बनाकर जान से मारने की धमकी देते हुए लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें डकैतों द्वारा घर पर रखी काफी मात्रा में नगदी एवं जेवरात लूट लिये गये थे। डकैती की उक्त सूचना के आधार पर थाना डोईवाला पर धारा 395 भादवि बनाम अज्ञात अभियुक्तगण पंजीकृत हुआ था। डकैती में शामिल बदमाशों में से 08 अभियुक्तगणों महबूब पुत्र इमरान, मुनव्वर पुत्र नूर अली, शमीम पुत्र इदरीश तहसीम क्रैशी पुत्र वाहिद कुरेशी, मी० रियाज पुत्र आमिर अहमद, नावेद पुत्र इकबाल, मेहरबान उर्फ बावला पुत्र फैयाज, वसीम उर्फ काला पुत्र शराफत, को पूर्व में पुलिस द्वारा मय माल (नगदी जेवरात) के गिरफ्तार किया जा चुका था। डकैती में शामिल 9वां कुख्यात अभियुक्त नफीस उर्फ सपाटा पुत्र अब्दुल अजीज द्वारा गिरफ्तारी के डर से न्यायालय में आत्मसर्मपण कर दिया गया था। नफीस उर्फ सपाटा पुराना कुख्यात अपराधी है, जिसके विरूद्ध भी दिल्ली, उ०प्र० व हरियाणा राज्य में लूट, डकैती, चौरी के दर्जनों मुकदमें पंजीकृत है। इस घटना का मुख्य आरोपी परवेज उर्फ बाबा को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था और वह लगातार फरार चल रहा था, जो कि एक शातिर किस्म का बदमाश है, इसको गिरफ्तार करना उत्तराखण्ड पुलिस के अलावा अन्य कई राज्यों की पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती भरा काम था। परवेज उर्फ बाबा हमेशा डकैती आदि करने के बाद घटना वाले स्थान से अलग अन्य किसी राज्य में अपने पुराने अभियोग में जमानत तुड़वाकर न्यायालय में आत्मसर्मपण कर देता था, जिस कारण उससे अभियोग की माल बरामदगी भी नहीं हो पाती थी और वह मोबाईल फोन भी इस्तेमाल नहीं करता था। जिस कारण इसको गिरफ्तार करना आसान नहीं था. पुलिस द्वारा इसको पूर्व में एक या दो बार ही गिरफ्तार करने में सफलता पाई है जबकि इसके द्वारा करीब 02 दर्जन से अधिक डकैती, लूट, चौरी, हत्या के प्रयास आदि की घटनायें की गयीं है।
इस अपराधी की गिरफ्तारी हेतु पिछले वर्ष से ही उत्तराखण्ड एसटीएफ लगातार कार्य कर रहीं थी व इसके सम्बन्ध में सूचनायें एकत्रित कर रही थी। जिसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा अपनी ठोस कार्य योजना बनाकर लगातार कार्य किया जा रहा था। इस अभियुक्त की छिपने के संभावित स्थानों की जानकारी करते हुए उत्तराखण्ड एसटीएफ की एक टीम इसको गिरफ्तार करने के लिए विगत 02 माह से दिल्ली, मुम्बई-महाराष्ट्र, चेन्नई, उ०प्र० एवं राजस्थान आदि स्थानों पर डेरा डाले हुयी थी। टीम को जानकारी मिली थी कि परवेज उर्फ बाबा जयपुर में कहीं रह रहा है, इस सूचना पर टीम द्वारा जयपुर, मुम्बई, चेन्नई, दिल्ली आदि संभावित स्थानों पर दबिश दी गयी तो पता चला कि वह इन स्थानों से कुछ दिन पहले ही वह स्थान छोड़कर दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के नीचे खजूरी खास में परिवार के साथ चला गया है और अपना नाम एंव पहचान बदलकर रह रहा था। इसके बाद पुलिस टीम द्वारा दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज के नीचे खजूरी खास में जाकर खोजबीन की गयी तो परवेज उर्फ बाबा का परिवार वहाँ रह रहा था परन्तु परेवज उर्फ बाबा वहीं नहीं था। इसके बाद टीम द्वारा वेष बदलकर उसके परिवार की विगत एक माह से अधिक दिन-रात निगरानी की गयी परन्तु वह वहाँ नहीं आया। इसके बाद जानकारी हुई कि परवेज उर्फ बाता का पिता आलमगीर अत्यधिक बीमार है और जो मेरठ में घर पर है और वह अपने पिता से मिलने मेरठ उ0प्र0 जरूर आयेगा।

इस पर पुलिस टीम द्वारा मेरठ उ0प्र0 में इसके घर के आस-पास एवं अन्य संभावित स्थानों पर डेरा डाल लिया और निगरानी की गयी। इसके बाद सूचना मिली कि परेवज उर्फ बाबा 06 जनवरी.2024 को अपने पिता से मिलने के लिये मेरठ आ रहा है, तो एसटीएफ टीम द्वारा अपनी कार्य-कुशलता का प्रर्दशन करते हुए कल 06 जनवरी को उसको घर से पहले ही अब्दुलापुर चौराहा जेल रोड मेरठ से परवेज उर्फ बाबा को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गयी।
अभियुक्त परवेज उर्फ बाबा पुत्र आलमगीर निवासी मोबिन नगर समर गार्डन फतेउल्लापुर थाना लिसाड़ीगेट मेरठ उ०प्र० हाल पता खडडा कालोनी जैतपुर एक्सटेंशन दिल्ली का निवासी है।
एसटीएफ टीम में चन्द्रमोहन सिंह,अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, विवेक कुमार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ, अंकुष मिश्रा पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ, आर0बी0 चमोला पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ के अलावा गिरफ्तार करने वाली एस०टी०एफ० टीम में निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा, उपनिरीक्षक उमेश कुमार, हितेश कुमार 4- हेड कांस्टेबल चमन कुमार अनूप भाटी, कैलाश नयाल, अर्जुन रावत, विरेन्द्र नौटियाल, संदेश यादव, अनिल कुमार देवेन्द्र कुमार शामिल थे

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