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किच्छा। राजमिस्त्री कमलेश की हत्या उसकी पत्नी, साले व साढ़ू ने गमछे से गला घोंट कर की थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से हत्या में प्रयुक्त गमछा बरामद किया है। खास बात यह है कि इस मामले में मृतक की पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए मुकदमा दर्ज कराया था। जब पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो वह ही हत्या करने वाली निकली। बताया कि उसने कमलेश की मारपीट से परेशान होकर यह कदम उठाया था।

कमलेश पुत्र बड़काई निवासी ग्राम उमरोली बहेटा गोकुल हरदोई अपनी सुसराल किच्छा धाधा फार्म में अपने परिवार संग रहता था। वह राजमिस्त्री का काम करता था। बीते 31 जुलाई को पुलिस को कमलेश का शव मिला था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में उसकी गला घोंट कर हत्या की बात सामने आई थी। मामले में कमलेश की पत्नी पिंकी देवी ने ही अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज कराया था। शनिवार को सीओ भूपेन्द्र सिंह धौनी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने आसपास के लोगों व कमलेश के परिजन से पूछताछ के साथ ही घटना स्थल के आसपास लगे 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी। पूछताछ के दौरान उसके ससुर मुनेश्वर लाल ने बताया कि कमलेश की हत्या उसकी पत्नी पिंकी साले गोविंद और साढ़ू प्रमोद कुमार पुत्र हेमराज निवासी ग्राम उमरोली बहेटा गोकुल हरदोई ने गमछे का फंदा लगाकर की। जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को बरेली रोड पर उत्तराखंड के बॉर्डर पर राजपूत ढाबे के निकट गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के पर हत्या का केस दर्ज किया है।
पुलिस ने मात्र 24 घंटे में घटना का खुलासा कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद प्रभारी निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार ने एसएसआई राजेन्द्र प्रसाद की अगुवाई में पुलिस टीम का गठन किया था। पुलिस टीम ने जांच के दौरान घटना स्थल के आसपास लगभग सौ सीसीटीवी फुटेज चेक की। पुलिस ने पूछताछ कर घटना का खुलासा किया। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार, एसएसआई राजेन्द्र प्रसाद, एसआई ओमप्रकाश नेगी, बसंत कुमार, जगदीश सिंह, का. देवराज सिंह, उमेश सिंह, यशपाल आर्या, हरीश मेहरा रहे।
कमलेश का विवाह 15 वर्ष पूर्व पिंकी देवी पुत्री मुनेश्वर लाल निवासी ग्राम सिरसा फार्म बहेड़ी बरेली हाल निवासी धाधा फार्म किच्छा से हुआ था। उसके दो पुत्रियां व एक दो साल का पुत्र है। वह मजदूरी करता था। पुलिस की पूछताछ में पत्नी पिंकी ने बताया कि कमलेश अत्याधिक शराब पीने का आदी था। वह शराब पीकर पिंकी से मारपीट और दुर्व्यवहार किया करता था। इस पर कमलेश उस पर लांछन लगाता था। इससे दुखी होकर एक वर्ष पूर्व पिंकी आने तीनों बच्चों को लेकर अपनी मायके आ गयी। 15 दिन पूर्व कमलेश भी अपनी ससुराल आ गया और यहीं रहकर मजदूरी करने की बात कहने लगा। 30 जुलाई की रात को भी कमलेश ने पिंकी के साथ मारपीट की थी। इसके चलते रात्रि पिंकी ने अपने भाई गोविंद व बहनोई प्रमोद के साथ मिलकर उसकी गले में गमछे का फंदा लगाकर हत्या कर दी। हत्या करने बाद आरोपियों ने शव को रात्रि 12.30 बजे घर के पीछे अमरूद के बाग में छिपा दिया। पुलिस को गुमराह करने के लिए कमलेश के रात ग्यारह बजे शौच करने घर से बाहर जाने की अफवाह फैलाई। अगले दिन तीनों आरोपियों ने कमलेश का शव बाग से वापस लाकर अंतिम संस्कार संस्कार की तैयारी कर रहे थे। किसी अन्य व्यक्ति की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजा।

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