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रुद्रपुर। ऊधमसिंह नगर के गदरपुर में सात वर्ष तक रहने वाली बांग्लादेशी महिला आखिरकार विदा हो गई है। पुलिस उसे बांग्लादेश बार्डर पर छोड़ आई है।
बांग्लादेशी महिला हसीन जहां की फेसबुक के जरिये गदरपुर में रहने वाले एक युवक से बात हुई थी। बात धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों ने एक-दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाईं लेकिन हसीना यह भूल गई कि वह बांग्लादेशी है।
वर्ष 2018 में हसीना बिना वीजा के चोरी-छिपे गदरपुर में युवक के पास आ गई। इसी बीच दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद हसीना पत्नी धर्म का पालन करने लगी। पिछले महीने सितंबर में खुफिया विभाग व पुलिस को पता चला कि गदरपुर में बांग्लादेशी महिला रह रही है।

पुलिस ने पूछताछ की तो उसके पास वीजा नहीं मिला। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर वापस भेजने की तैयारी की।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि महिला को बांग्लादेश बार्डर पर छोड़कर वापस उसके मुल्क भेज दिया है।
पीएसी के डिटेंसन सेंटर में रखा था
बांग्लादेशी महिला को पुलिस ने हिरासत में लेकर 31वीं वाहिनी पीएसी के डिटेंशन सेंटर में रखा था। यहां उसे घर जैसा माहौल व खाना मिला। महिला अपने घर वालों से संपर्क में थी।

देश में बांग्लादेशियों की घुसपैठ पर रोक है। रोहिंग्या की आवाजाही को लेकर सीएम खुद सख्त हैं। उनके आदेश पर पुलिस ने प्रदेश में बांग्लादेशियों की घुसपैठ की समय-समय पर पुलिस व खुफिया एजेंसियां जांच करती रहती हैं।

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