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रुद्रपुर। फूड डिलीवरी करने वाली एक नामी कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ ट्रेडिंग के नाम पर 27.70 लाख की साइबर ठगी हो गई। पीड़ित की तहरीर पर पंतनगर साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

उत्तराखंड वैकेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निकट ज्वाला लाइन, रामनगर निवासी उत्कर्ष बंसल ने साइबर थाना पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह फूड डिलीवरी करने वाली एक नामी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। वह वर्क फ्रॉम होम करते हैं। 30 दिसंबर 2024 को उनके व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से ऑनलाइन रिव्यू करने के संबंध में विज्ञापन आया। मैसेज में दिए गए लिंक के जरिए उनको टेलीग्राम पर ले जाकर यूजर आईडी प्रदान की गई। वहीं टेलीग्राम पर निहारिका नाम की महिला ने खुद को एक ट्रेडिंग कंपनी का रिसेप्शनिस्ट बताया। उन्हें ट्रेडिंग में निवेश कर मुनाफा कमाने का लालच दिया। इस पर विश्वास कर उन्होंने ट्रेडिंग के लिए सहमति दे दी। इसके बाद उनको एक ग्रुप में जोड़ा गया और एक एप्लीकेशन डाउनलोड कराकर क्रिप्टो करेंसी में निवेश के लिए कहा गया। 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक उन्होंने अपने खाते और यूपीआई के जरिए कुल 27 बार ट्रांजेक्शन कर 27,70,723 रुपये ट्रांसफर किए। वहीं उनको 40 लाख रुपये का मुनाफा दिखाया गया। जब रकम निकासी के लिए आवेदन किया तो दूसरी तरफ से संपर्क तोड़ दिया गया। बताया कि व्हाट्सएप पर विज्ञापन आने के बाद उन्होंने गूगल पर कंपनी के बारे में सर्च किया था। वहीं गूगल ने कंपनी को शेयर मार्केटिंग पर ट्रेडिंग इनसाइड होना बताया था।
पंतनगर साइबर थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिन खातों में रकम भेजी गई है, उन खातों की जांच की जा रही है। अगर किसी के साथ इस तरह की घटना हो तो तुरंत 1930 पर कॉल कर शिकायत करें।

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