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पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ पुलिस ने आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर लोगों से लाखों रुपयों की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। इस अभियुक्त ने नौकरी लगाने के नाम पर अब तक 65 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर ली थी।
पुलिस के मुताबिक 31 अक्टूबर 2023 को वादी हिमांशु कुमार निवासी- ग्राम ग्वेता, ख्वांतड़ी थाना कनालीछीना जिला पिथौरागढ़ द्वारा पुलिस कार्यालय पिथौरागढ़ में तहरीर दी गई थी कि, देवेन्द्र कुमार पुत्र नैन राम, निवासी- ग्राम बजानी व पोस्ट कालिका तहसील/ थाना धारचूला जिला पिथौरागढ़, जो 8TH कुमाऊँ रेजीमेन्ट में नियुक्त था तथा वर्तमान में सेवानिवृत्त हो चुका है, द्वारा प्रार्थी को नौकरी का प्रलोभन देते हुए फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर पाँच लाख पचास हजार रुपयों की धोखाधड़ी की गई है। उसके एक अन्य साथी के साथ भी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधड़ी की गई है। वादी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के आदेशानुसार, अभियुक्त देवेन्द्र कुमार के विरुद्ध थाना कनालीछीना में धारा- 420/504/506 के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना अपर उपनिरीक्षक जगत सिंह रौंकली द्वारा सम्पादित की जा रही है।
अभियुक्त देवेन्द्र कुमार द्वारा जनपद के अन्य लोगों से भी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधड़ी की गई है, जिस सम्बन्ध में अभियुक्त के विरुद्ध थाना कनालीछीना सहित कोतवाली पिथौरागढ़, थाना जाजरदेवल एवं थाना बलुवाकोट में भी अभियोग पंजीकृत हैं। पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु टीम गठित की गई। जिस पर पुलिस टीम द्वारा साइबर सैल व फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट की मदद से गहन पतारसी- सुरागरसी करते हुए बैंक लेन-देन आदि विवरण चैक करने के पश्चात मुकदमे में नामजद अभियुक्त देवेन्द्र कुमार को आज आठ जनवरी को धारचूला से गिरफ्तार किया गया। मुकदमा में विवेचना के दौरान धारा- 467/468/471 भा0द0वि0 की बढ़ोत्तरी की गई है। अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
पुलिस ने बताया कि जाँच के आधार पर ज्ञात हुआ है कि, अभियुक्त देवेन्द्र कुमार द्वारा जनपद पिथौरागढ़ के युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 65 लाख रुपयों की धोखाधड़ी की गई है। जिस सम्बन्ध में क्रमश: कोतवाली पिथौरागढ़, थाना जाजरदेवल, थाना कनालीछीना एवं थाना बलुवाकोट में अभियोग पंजीकृत हैं। अभियुक्त द्वारा अपने साथ वालों को भरोसे में लेकर उनके रिश्तेदारों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर आर्मी की मुहर लगी हुई फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देकर लाखों रुपयों की ठगी की जाती थी।
पुलिस टीम में थाना कनालीछीना के
थानाध्यक्ष कनालीछीना दिनेश चन्द्र सिंह,अपर उपनिरीक्षक प्रेम सिंह खोलिया, हेड कांस्टेबल मनोज देवलाल, कांस्टेबल चालक धीरेन्द्र वल्दिया, कोतवाली धारचूला के प्रभारी निरीक्षक केएस रावत, उपनिरीक्षक मेघा शर्मा, हेड कांस्टेबल चैत सिंह बोनाल, होमगार्ड पूरन सिंह, साइबर/सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक हेम चन्द्र तिवारी- प्रभारी एस0ओ0जी0/ सर्विलांस सैल, उपनिरीक्षक मनोज पाण्डेय- प्रभारी साइबर सैल मय टीम, हेड कांस्टेबल हेम चन्द्र सिंह, कांस्टेबल कमल तुलेरा शामिल थे।

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