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काशीपुर । उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री बनवाने का झांसा देकर काशीपुर के एक व्यवसायी के अधिवक्ता पुत्र से लाखों रुपये की ठगी कर ली गई। आरोपियों ने मंत्री बनवाने की एवज में अधिवक्ता से दो करोड़ रुपये मांगे थे। इसमें से अधिवक्ता छह लाख रुपये से अधिक की रकम दे चुका था। अधिवक्ता को झांसे में लेने के लिए आरोपियों की ओर से राज्यपाल की संस्तुति का फर्जी पत्र भी दिया गया था। जब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ तो उसने पुलिस को शिकायती पत्र दिया। पुलिस की जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने पर मंगलवार शाम चार आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।

स्टेशन रोड निवासी अधिवक्ता उदित बंसल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि इंद्रापुरम, गाजियाबाद निवासी अमित कांबोज पुत्र सुखवीर सिंह से उसकी पुरानी पहचान है। 28 मई 2022 की शाम अमित उनके निवास स्थान स्थित कार्यालय पर मिलने आया। उसने कहा कि यदि यूपी में कोई राज्य मंत्री या विधान परिषद के सदस्य का पद चाहिए तो वह दिला सकता है। उसके भाई मनोज कांबोज की यूपी के उच्च नेताओं और मंत्रियों से जान पहचान है। इसके लिए उसे पार्टी फंड के लिए दो करोड़ रुपये देने होंगे। इसके बाद उसकी सहारनपुर निवासी नरेश से बात कराई गई। दिल्ली में उत्तर प्रदेश भवन ले जाकर देहरादून निवासी राजकुमार कर्णवाल नाम के व्यक्ति से मिलवाया गया, जिसने खुद को यूपी के सीएम का ओएसडी बताया। पीड़ित को राज्यपाल की संस्तुति का फर्जी पत्र भी दिया गया था। इस बीच आरोपियों ने अलग-अलग खर्चे बताकर उदित से 6.46 लाख रुपये ले लिए। लेकिन संस्तुति पत्र मिलने के बाद भी जब पद सुनिश्चित नहीं हुआ तो उदित ने अमित और राजकुमार को फोन कर काम के बारे में पूछा। इसके बाद भी आरोपियों ने कोई जवाब नहीं दिया। पैसे वापस मांगने पर धमकी दी गई। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायती पत्र सौंपा।
एएसपी अभय सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले एक प्रार्थना पत्र दिया गया था, जिसकी जांच करवाई गई। जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।

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