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एडिटर इन चीफ अजय अनेजा

हल्द्वानी। दो साल बाद सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी चल रही है। इसको लेकर सोमवार को देहरादून में केंद्रीय मूल्यांकन समिति की बैठक होगी। बैठक में निर्णय के बाद जिला मूल्यांकन समिति इसका निर्धारण करेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में जमीन की खरीद फरोख्त बढ़ी है। इसे देखते हुए इन क्षेत्रों में सर्किल रेट बढ़ सकते हैं।

14 जनवरी 2020 में जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाए गए थे। नियमानुसार प्रत्येक वर्ष सर्किल रेट बढ़ाए जाते हैं लेकिन विधानसभा चुनावों के कारण सर्किल रेट दो साल से नहीं बढ़ाए गए हैं। अब सर्किल रेट बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सोमवार को देहरादून में केंद्रीय मूल्यांकन समिति की बैठक है। बैठक में शामिल होने के लिए नैनीताल जिले से एडीएम और एआईजी गए हैं। बैठक में मूल्यांकन समिति इन्हें सर्किल रेट का मूल्यांकन कैसे करना है इसकी जानकारी देगी। इसके बाद जिला मूल्यांकन समिति की बैठक होगी। मूल्यांकन समिति जो सर्किल रेट निर्धारित करेगी। उस पर शासन मोहर लगाएगा।

सूत्रों की माने तो पर्वतीय क्षेत्र जहां सड़क, पानी और हिमालय व्यू दिखता है, वहां सर्किल रेट दोगुने करने की तैयारी है। इसी के साथ यह भी देखा जाएगा कि इन दो सालों में सबसे अधिक जमीनों की खरीद-फरोख्त कहां हुई है। उन क्षेत्रों में भी सर्किल रेट बढ़ाए जाएंगे।सर्किल रेट बढ़ाने की यह होती है प्रक्रिया -हल्द्वानी। सर्किल रेट का निर्धारण करने के लिए केंद्रीय मूल्यांकन समिति होती है। ये समिति प्रमुख सचिव वित्त की अध्यक्षता में काम करती है। इसमें राजस्व, पीडब्लूडी, निकायों के सचिव शामिल होते हैं। इसके निर्णय के बाद जिला मूल्यांकन समिति सर्किल रेट निर्धारित करती है। यह समिति डीएम की अध्यक्षता में काम करती है। इसमें एडीएम, निकाय के अधिकारी, पीडब्ल्यू और राजस्व के अधिकारी होते हैं। सर्किल रेट निर्धारण के बाद कैबिनेट में इसे अनुमोदन के लिए रखा जाता है। कैबिनेट इन सर्किल रेटों पर मोहर लगाती है।

यहां दोगुने हो सकते हैं सर्किल रेट-धानाचूली, मुक्तेश्वर, शीतला, सतकोट, छतोला, भीमताल, नकुचियाताल, रामगढ़, ज्योलीकोट, रामनगर आदि।इन क्षेत्रों में 10 से 20 प्रतिशत की हो सकती है बढ़ोत्तरी हल्द्वानी। हल्द्वानी, गौलापार, हल्दूचौड़, लामाचौड़ क्षेत्र में 2020 में ही सर्किल रेट बेतहाशा बढ़ाए गए थे। इस बार इन क्षेत्रों में मात्र 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो सकती है।कोट-सर्किल रेट बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सर्किल रेट निर्धारण करने से पहले ये देखा जाएगा कि इन दो सालों में सबसे अधिक जमीन की खरीद-फरोख्त कहां हुई है। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में भी जमीन की खरीद फरोख्त बढ़ी है। यहां भी सर्किल रेट बढ़ाए जा सकते हैं। – अशोक जोशी एडीएम

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