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हल्द्वानी। विजिलेंस ने पीआरडी कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी को ड्यूटी लगाने के नाम पर को 10000 रूपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। उसके आवास की तलाशी जारी है।
विजिलेंस अफसरों के मुताबिक
मुख्यमंत्री द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुहिम चलाने के निर्देश दिये गये थे। इस सम्बन्ध में सेक्टर हल्द्वानी में प्राप्त शिकायत पर निदेशक सतर्कता, उत्तराखण्ड के आदेशानुसार आज पुलिस उपाधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर हल्द्वानी, नैनीताल अनिल सिंह मनराल के पर्यवेक्षण में तथा निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी के नेतृत्व में विजिलेंस टीम द्वारा शिकायतकर्ता पीआरडी जवान की शिकायत पर पी0आर0डी0 कार्यालय में नियुक्त प्रशासनिक अधिकारी अश्विनी कुमार पुत्र प्रापीवीर सिंह निवासी ग्राम सिकंदराबाद उझानी थाना मुजरिया जिला बदायूं हॉल निवासी कलेक्ट्रेट कालोनी मकां डी-4 रूद्रपुर जनपद ऊधमसिंहनगर को शिकायतकर्ता से 10,000 रूपये (दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
शिकायतकर्ता ने शिकायत की थी कि उसके द्वारा युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल कार्यालय में तैनात प्रशासनिक अधिकारी अश्विनी कुमार से ड्यूटी लगाने का निवेदन किया तो
इनके द्वारा ड्यूटी लगाने की एवज में 15000 रूपये की मांग की गई। निवेदन करने पर 10000 रूपये में मान गये थे। प्रार्थी की ड्यूटी अक्टूबर महीने में जिला आबकारी कार्यालय
रूद्रपुर में लगाई गई है। प्रार्थी द्वारा अपनी पारिवारिक समस्या के चलते आरोपी से अपनी ड्यूटी गदरपुर की
तरफ लगाने के लिए निवेदन किया तो उनके द्वारा द्वारा 10,000 रूपये की मांग की गयी। प्रार्थी
रिश्वत नहीं देना चाहता है। शिकायतकर्ता की शिकायत की जांच कराने पर शिकायत सही पाये
जाने पर निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी के नेतृत्व में ट्रैप टीम का गठन किया गया। ट्रैप टीम द्वारा प्रशासनिक अधिकारी अश्विनी कुमार को शिकायतकर्ता से 10,000 रूपये (दस हजार रूपये ) कीनरिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। ट्रैप टीम में ट्रैप प्रभारी निरीक्षक मनोहर सिंह दसौनी के अतिरिक्त निरीक्षक विनोद कुमार यादव, उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र जोशी, हेड कांस्टेबल दीप चन्द्र जोशी एवं कांस्टेबल नवीन कुमार शामिल रहे। निवेशक सतर्कता महोदय द्वारा टैप टीम को 5000 रूपये नगद पुरूष्कार प्रदान करने की घोषणा की गयी है। “पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल ने अपील की है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए।

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