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चौखुटिया। अल्मोड़ा जिले में डिजिटल अरेस्ट का एक और मामला सामने आया है। इस बार साइबर ठगों ने कंपनी से रिटायर्ड कर्मचारी को 13 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 22 लाख 80 हजार रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

सिमलखेत, पाण्डुवाखाल चौखुटिया निवासी रघुनाथ सिंह नेगी ने पुलिस को तहरीर दी है। बताया कि 23 अप्रैल को उन्हें अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आई। सामने वाले ने स्वयं को अधिकारी बताया और उनके खाते में गलत तरीके से लेन-देन होने की बात कही। कहा कि मनी लॉड्रिंग करने वालों ने आपके नाम से एटीएम और नकली सिम भी बनाई है। डराया कि वह कभी भी आपके घर आ सकते हैं। लिहाजा आप घर में ही रहें। आरोपियों ने उन्हें नकली कोर्ट और थाना आदि दिखाया, जिससे वह उनके बहकावे में आ गए। आरोपियों के कहे अनुसार वह पांच मई तक उनके बताए हुए खातों पर ऑनलाइन, बैंक आदि से रुपये ट्रांसफर करते रहे। 13 दिन में आरोपियों ने उनसे 22 लाख 80 हजार रुपये की नगदी ठग ली। तब जाकर उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने चौखुटिया पुलिस से आरोपी की तलाश कर रुपये वापस दिलाने की गुहार लगाई है।

एक के बाद एक बढ़ रहे मामले : तमाम जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी डिजिटल अरेस्ट के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे पहले रानीखेत में शिक्षिका, लमगड़ा में बुजुर्ग, अल्मोड़ा में बुजुर्ग भाई-बहन और अब चौखुटिया में रिटायर्ड कर्मी के साथ ठगी का मामला सामने आया है।

जबकि पुलिस बार-बार यह कहती रही है कि व्हाट्सअप वीडियो कॉल से बचें और किसी भी झांसे में न आएं। इसके बाद भी बुजुर्ग ठगों के शिकार बन रहे हैं।

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